Edited By Updated: 18 Nov, 2015 02:48 PM
पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब में..
पटियाला : पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के कारण समूचे पंजाबियों और सिखों के हृदय को ठेस पहुंची है जबकि दूसरी तरफ सुखबीर बादल जकरिया खान और अब्दाली की तरह सिख कौम को चैलेंज कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यह पंजाब का माहौल खराब करने की साजिश है। उन्होंने अपने लहजे में कहा कि बापू मंगे माफियां ते पुत्त दबके मारे। उन्होंने कहा कि सुखबीर की तरफ से संगरूर में दिए गए बयान से स्पष्ट हो जाता है कि उसे शिरोमणि अकाली दल का प्रधान और उप-मुख्यमंत्री बन जाने के बावजूद पंजाब के लोगों विशेषकर सिख भाईचारे के धार्मिक जज्बातों की कोई समझ नहीं।
उन्होंने कहा कि अच्छा यही होगा कि सुखबीर धमकियों की भाषा प्रयोग करते समय संयम से काम ले और सिख कौम के इतिहास को बारीकी से पढऩे की जहमत उठाए। इस कौम को आज तक कोई भी झुका नहीं सका है और न ही झुका सकेगा। उन्होंने कहा कि उनके लिए अच्छा यही है कि वह अपनी तथाकथित सद्भावना रैलियों से पहले-पहले सभी धार्मिक प्रचारकों, भाई पंथप्रीत सिंह, भाई दलेर सिंह चंदन वाले, भाई रणजीत सिंह ढडरियां वाले और संत बलजीत सिंह दादूवाल सहित अन्य को बिना शर्त रिहा करके उनके विरुद्ध दर्ज किए सभी झूठे मुकद्दमे वापस लें। यदि पर्चे दर्ज करने और गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी रहा तो वह दिन दूर नहीं होगा जब समूचे पंजाब की जेलें भर जाएंगी और पंजाब सरकार के रैस्ट हाऊस फुल होने के बाद उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को पंजाब के सिखों को कैद करने के लिए मंत्रियों वाली सरकारी कोठियां खाली करवानी पड़ेंगी।
उन्होंने कहा कि यह मुद्दा लोगों के धार्मिक जज्बातों से जुड़ा हुआ है, जिसे बुद्धिमत्ता के साथ हल किया जाना चाहिए था न कि पंजाबियों को चैलेंज कर उनके जख्मों पर नमक छिड़कना चाहिए।