Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Feb, 2018 01:27 PM
प्रवासी मजदूर के 9 वर्षीय बच्चे ने कारखाने में बने क्वार्टर में फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। गांव सैदपुर जिला भागलपुर बिहार निवासी सदानंद ने बताया कि वह पिछले 3 सालों से उक्त कारख़ाने में काम कर रहा है। वह परिवार सहित कारखाने में बने क्वार्टरों में...
समानाः प्रवासी मजदूर के 9 वर्षीय बच्चे ने कारखाने में बने क्वार्टर में फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। गांव सैदपुर जिला भागलपुर बिहार निवासी सदानंद ने बताया कि वह पिछले 3 सालों से उक्त कारख़ाने में काम कर रहा है। वह परिवार सहित कारखाने में बने क्वार्टरों में ही रहता है। गुरुवार को वह काम पर चला गया था। उसके तीनों बच्चे आपस में खेल रहे थे। खेलते-खेलते बच्चों में किसी बात को ले कर झगड़ा हो गया। इसी दौरान उसकी पत्नी उर्मिला ने 9 वर्षीय बेटे विष्णु को डांट कर क्वार्टर में भेज दिया।
उर्मिला ने बताया कि इसके बाद वह अपने काम-काम में व्यस्त हो गई। वह अपने कमरे में चला गया। शाम करीब 6 बजे जब उसकी मां ने खाना बनाने के लिए कमरे का दरवाजा खटकटाया तो अंदर से किसी की आवाज न आने पर उसने उसे इसकी जानकारी दी। उसके द्वारा दरवाजा तोड़ने पर देखा तो उसका बेटा फंदे से लटक रहा था। कारख़ाना मालिक ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने शव रो कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।