Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Feb, 2018 12:01 PM
आल इंडिया बैंक अफसर कन्फैडरेशन (ए.आई.बी.ओ.सी.) की पंजाब इकाई ने मांग की है कि पंजाब में बैंक मुलाजिमों के लिए भी छुट्टियां प्रदेश सरकार के मुलाजिमों की तर्ज पर की जाएं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को लिखे एक पत्र में कन्फैडरेशन के सचिव कामरेड...
पटियाला: आल इंडिया बैंक अफसर कन्फैडरेशन (ए.आई.बी.ओ.सी.) की पंजाब इकाई ने मांग की है कि पंजाब में बैंक मुलाजिमों के लिए भी छुट्टियां प्रदेश सरकार के मुलाजिमों की तर्ज पर की जाएं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को लिखे एक पत्र में कन्फैडरेशन के सचिव कामरेड राजीव सरहंदी ने अपील की कि पंजाब में सभी छुट्टियां नैगोशिएबल एक्ट के अंतर्गत घोषित की जाएं, जिसके अंतर्गत बैंकों की भी छुट्टियां हो सकें।
मुख्यमंत्री के नाम यह पत्र कन्फैडरेशन की तरफ से पटियाला के नए चुने मेयर संजीव बिट्टू को सौंपा गया। कामरेड सरहंदी ने बताया कि पंजाब में प्रांतीय सरकारी मुलाजिमों के लिए छुट्टियों का ऐलान क्षेत्र/रा’य के त्यौहारों को ध्यान में रख कर किया जाता है। आम तौर पर यह छुट्टियां नैगोशिएबल एक्ट के अंतर्गत नहीं की जातीं और इस तरह बैंक अफसर और मुलाजिम अपनी-अपनी शाखाओं और दफ्तरों में ड्यूटी देने करके संबंधी त्यौहारों में अपनी हाजिरी नहीं लगवा पाते। उन्होंने कहा कि कई अहम त्यौहारों, जिनमें महाशिवरात्री, मुहर्रम, करवाचौथ, बसंत पंचमी, महावीर जयंती, गुड फ्राइडे, बैसाखी, शहीदी दिवस भगत सिंह, शहीदी दिवस ऊधम सिंह, परशुराम जयंती, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश उत्सव आदि की छुट्टियां पंजाब के प्रांतीय सरकारी मुलाजिमों को तो होती हैं परन्तु नैगोशिएबल एक्ट के अंतर्गत छुट्टी न होने के कारण मुलाजिमों को अपने दफ्तरों में काम करना पड़ता है और वे यह दिवस मनाने से वंचित रह जाते हैं।
कामरेड सरहंदी ने कहा कि आल इंडिया बैंक अफसर कन्फैडरेशन, जोकि भारत की सबसे बड़ी गैर-राजनीतिक संगठन है, जिसके देश में 3.20 लाख सदस्य हैं, के मैंबर बैंक मुलाजिमों की यह मांग है कि पंजाब सरकार इस संवेदनशील मसले पर ध्यान दे, जिससे पंजाब के 40 हजार बैंक मुलाजिम भी अपने बहन-भाइयों और परिवारों के साथ ये छुट्टियां और त्यौहार मना सकें।