Edited By Updated: 29 Jul, 2016 01:51 PM
आल इंडिया कांग्रेस समिति की सचिव और पंजाब कांग्रेस की इंचार्ज आशा कुमारी ने कहा कि यदि कोई 90 साल की
पटियाला (राजेश) : आल इंडिया कांग्रेस समिति की सचिव और पंजाब कांग्रेस की इंचार्ज आशा कुमारी ने कहा कि यदि कोई 90 साल की आयु वाला नेता भी चुनाव जीतने का सामथ्र्य रखता है तो कांग्रेस पार्टी उसे भी टिकट देगी।
आशा कुमारी यहां कांग्रेसी वर्करों के साथ मीटिंग करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं। इस दौरान उनके साथ पंजाब कांग्रेस के सीनियर उपाध्यक्ष लाल सिंह, परनीत कौर, ब्रह्म महिंद्रा, साधु सिंह धर्मसोत, हरदयाल सिंह कंबोज, गुरशरण कौर रंधावा, के.के. शर्मा, चौधरी निर्मल सिंह भट्टियां, कबीर दास, रजिंद्र सिंह, संजीव बिट्टू, चिमन लाल कलवाणु, सेवा राम मछाल के अलावा जिले की समूची टीम उपस्थित थी।
आशा कुमारी ने कहा कि पंजाब का सियासी वातावरण कांग्रेस के पक्ष में है। 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद देशभर में कांग्रेस फिर से खड़ी होगी और 2019 में केंद्र में भी सरकार बनाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी 75 साल वालों को टिकट देते हैं या कैबिनेट में नहीं रखते, इसका कांग्रेस के साथ कोई लेना-देना नहीं है। मोदी तो वह शख्स हैं, जिन्होंने उन नेताओं का राजनीतिक कत्ल कर दिया, जिन्होंने भाजपा की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण अडवानी, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज नेता आज कहीं भी दिखाई नहीं देते।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने बुजुर्गों का सम्मान करना जानती है, इसलिए सीनियर नेताओं के तजुर्बे का लाभ लेने के लिए टिकटें बांटने के समय उम्र का कोई मापदंड नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा गठजोड़ प्रति पंजाब के लोगों में नफरत पैदा हो गई है, जबकि आम आदमी पार्टी के ड्रामों का भंडाफोड़ हो गया है। लोग सिर्फ कांग्रेस पार्टी की सरकार चाहते हैं। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में आशा कुमारी ने कहा कि यह फैसला हाईकमान ने करना है।
उन्होंने कहा कि वैसे पंजाब के लोगों को पता ही है कि राहुल गांधी किसको मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कै. अमरेन्द्र सिंह को पंजाब के लोग चाहते हैं और पार्टी वही फैसला करेगी जो पंजाब के लोग चाहेंगे। कैप्टन के पुत्र रणइंद्र सिंह के विदेशी बैंकों में काले धन होने संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कै. अमरेन्द्र सिंह ने अमृतसर से वित्त मंत्री अरुण जेतली को 1 लाख से अधिक वोटों के साथ हराया था, जिस कारण वह अभी तक अपनी हार नहीं भूल सके। इन्फोर्समैंट डायरैक्टोरेट सीधे तौर पर जेतली के अधीन है, जिस कारण कै. अमरेन्द्र सिंह को उलझाने के लिए रणइंद्र सिंह पर केस बनाए जा रहे हैं।