Edited By Updated: 15 Dec, 2015 05:25 PM
आज के दौर में जहां ज्यादातर बच्चे माता-पिता के बूढ़े होते ही उन्हें बोझ समझने लगते हैं और पैसों के लिए उन्हें घर से निकाल देते है।
पठानकोटः आज के दौर में जहां ज्यादातर बच्चे माता-पिता के बूढ़े होते ही उन्हें बोझ समझने लगते हैं और पैसों के लिए उन्हें घर से निकाल देते है। वहीं पठानकोट के एक युवक ने अपने पिता के लिए जो किया वो सब लोगों में एक उदाहरण बन गया।
कलयुग में श्रवन बनकर इस बेटे ने अपने पिता के जेल से बाहर आने की मन्नत मांगी थी, जिसके पूरी होने पर वह लेटते हुए शनि मंदिर गया। दरअसल, यह बात करीब 8 महीने पुरानी है। जब जोड़ा ज्वैलर के मालिक राम पर उनके ही भार्इयों ने पिस्तौल दिखा मारपीट का मामला दर्ज करवाया था और तब से आज तक ये जेल में थे।
हर रोज़ वकीलों के चक्कर काटने वाले राम के बेटे ने मुश्किल की घड़ी में मन्नत मांगी और उसे श्रद्धा से पूरा किया। मन्नत पूरी होने के बाद वह लेटते हुए शनि के मंदिर गया और भगवान के सामने सिर झुकाया। राम ने अपने बेटे पर गर्व महसूस करते हुए कहा कि वह अपने बेटे का कर्ज पूरी उम्र नहीं चुका सकेगा।