Edited By Updated: 26 Sep, 2015 07:03 PM
कोई इंसान मादक पदार्थों के नशे की लत में कैसे फंस जाता है यह दूसरों के लिए समझना मुश्किल होता है। नशाखोरी कोई जन्मजात बीमारी नहीं होती।
जालंधरःहरित क्रांति से लहलहाते पंजाब में नशा आम बात हो चुकी है। राज्य के युवा अफीम, हेरोइन और कोकीन जैसे नशे का शिकार हो रहे हैं । कोई इंसान मादक पदार्थों के नशे की लत में कैसे फंस जाता है यह दूसरों के लिए समझना मुश्किल होता है। नशाखोरी कोई जन्मजात बीमारी नहीं होती। घरेलू संस्कार ही इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। नशा करने वाले अपनी मर्जी से जब चाहे नशा करना छोड़ सकते हैं। यह सोच सरासर गलत है। दरअसल नशे की लत ऐसी बीमारी है जिसे इलाज से ठीक किया जा सकता है।
युवाअों को नशे के प्रति जागरुक करने के लिए बीजेपी किसान सैल द्वारा शहीद भगत सिंह को समर्पित है दुखदी रग पंजाब दी नाटक का मंचन 27 सितंबर को लायंस क्लब जालंधर में करवाया जाएगा।