Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 04:53 PM
पिछले दिनों रेलवे स्टेशन नवांशहर से लावारिस हालातों में मिले 2 बच्चों के परिजनों का पता लगाकर जिला बाल सुरक्षा अधिकारी ने 1 बच्चे को उसके पिता के हवाले किया है।
नवांशहर (त्रिपाठी): पिछले दिनों रेलवे स्टेशन नवांशहर से लावारिस हालातों में मिले 2 बच्चों के परिजनों का पता लगाकर जिला बाल सुरक्षा अधिकारी ने 1 बच्चे को उसके पिता के हवाले किया है। जिला बाल सुरक्षा अधिकारी मिस कंचन अरोड़ा ने बताया कि गत दिवस रेलवे स्टेशन नवांशहर पर 2 अबोध बच्चों जिसमें 1 लड़का तथा 1 लड़की थी, के लावारिस हालातों में होने संबंधी जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी के पैरा-लीगल वालंटियर वासदेव परदेसी को जानकारी मिली थी जिसके उपरान्त बच्चों को कानूनी कार्रवाई पूरी करने के उपरान्त जालंधर तथा होशियारपुर के चाइल्ड होम भेज दिया था।
मैडम कंचन ने बताया कि बच्चों से हासिल जानकारी के आधार पर पुलिस की मार्फत उनके परिजनों से सम्पर्क करने के उपरान्त आज बच्चों के पिता दफ्तर में हाजिर हुए। लड़के का प्रमाण पत्र तथा जरूरी दस्तावेज दिखाने के उपरान्त लड़के को पिता को सौंप दिया परन्तु लड़की संबंधी कोई प्रमाण पत्र न दिखाने पर फिलहाल लड़की को चाइल्ड होम में ही रखा गया है तथा दस्तावेज दिखाने के उपरान्त लड़की को भी उसके परिजनों के हवाले किया जाएगा। गत 3 जनवरी को लावारिस हालातों में मिले यू.पी. के हिसार शहर के 10 वर्षीय लड़के तथा 5 वर्षीय लड़की की कहानी पिता के नाजायज प्रेम संबंधों के चलते घर छोड़ कर मायके परिवार में चली गई मां तथा पिता के बीच में उलझी होने के चलते ही पिता के मिल जाने के बाद भी लड़की को जालंधर के चाइल्ड होम में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है।
जिला बाल सुरक्षा अधिकारी मैडम कंचन अरोड़ा ने बताया कि बच्चों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 4 वर्ष पहले बच्चों की मां अपने पति के नाजायज प्रेम संबंधों के चलते घर छोड़ कर मायका परिवार में चली गई थी। उस समय लड़के की आयु करीब 6 वर्ष तथा लड़की की आयु 1 वर्ष थी। लड़का अपने पिता के पास रह गया था, जबकि लड़की को उसकी मां ले गई थी। मैडम कंचन ने बताया कि 10 वर्ष की आयु का हो चुका लड़का अपनी बहन को मां के घर से लेने चला गया था तथा किसी तरह से बहला कर अपनी बहन को अपने साथ वापस हिसार ला रहा था कि गलत ट्रेन में चढ़ जाने के चलते नवांशहर पहुंच गया।
मैडम कंचन ने बताया कि 10 वर्ष की आयु का हो चुका लड़का अपनी बहन को मां के घर से लेने चला गया था तथा किसी तरह से बहला कर अपनी बहन को अपने साथ वापस हिसार ला रहा था कि गलत ट्रेन में चढ़ जाने के चलते नवांशहर पहुंच गया। मैडम कंचन ने बताया कि लड़का अपने पिता को पहचानता है, जबकि लड़की अपने पिता को पहचान नहीं रही थी, जिसके चलते लड़की को बिना दस्तावेजों के पिता के हवाले न करके उसे चाइल्ड होम जालंधर भेजा गया है।