Edited By Updated: 04 May, 2017 09:51 AM
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में इन दिनों काफी खटास चल रही है।
गुरदासपुरः भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में इन दिनों काफी खटास चल रही है। इस बीच पाक बॉर्डर पर एक स्कॉर्पियो कार मिली है। जो नाके तोड़ते हुए यहां तक पहुंची। इंडो-पार्क बॉर्डर से करीब पांच किलोमीटर दूर जिले के गांव कौलियां से पुलिस ने एक स्कॉर्पियो कार बरामद की है। हालांकि कार में सवार 5 से 6 लोग जंगली क्षेत्र का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। बरामद कार कुछ दिन पहले ही जे.एंड.के. के जिला सांबा से बंदूक के बल पर लूटी गई थी।
कार पर जिला गुरदासपुर की फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। पुलिस को असली नंबर प्लेट गाड़ी के अंदर से मिली है। कार बरामद होने के बाद सुरक्षा के लिहाज से जिले में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार स्कॉर्पियो सवार लोग दीनानगर (गुरदासपुर) के बहरामपुर में पुलिस नाके को तोड़ते हुए पठानकोट में दाखिल हुए थे। बहरामपुर पुलिस की सूचना पर हरकत में आई पठानकोट के थाना नरोट जैमल सिंह की पुलिस ने यह गाड़ी बरामद की।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि कार जे.एंड.के. के जिला सांबा से लूटी गई थी। थाना नरोट जैमल सिंह के प्रभारी भारत भूषण ने बताया कि थाना बहरामपुर पुलिस ने उन्हें सूचित किया कि एक स्कॉर्पियो कार पुलिस नाके को तोड़कर नरोट जैमल सिंह क्षेत्र की ओर भागी है।
कार में 5-6 लोग सवार हैं। इसके बाद थाना नरोट जैमल सिंह की पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी कर दी। साथ ही सर्च अभियान चलाया। इसके बाद स्कॉर्पियो के दिखने पर पुलिस ने उसका पीछा किया, लेकिन गांव कौलियां के जंगली एरिया में कार सवार सभी लोग गाड़ी वहीं छोड़ फरार हो गए। इसके बाद भी पुलिस का सर्च अभियान जारी रहा।
वेरिफिकेशन में पता चला कि कार पर गुरदासपुर के फर्जी नंबर पीबी-06-6508 वाली प्लेट लगी थी। गाड़ी में जे.के.-19-2787 नंबर वाली प्लेट भी मिली है, जो असली है। पुलिस का कहना है कि कार सवार लोग दोनों नंबर प्लेटें बदल-बदल कर गाड़ी चला रहे थे। कार लूट की घटना के बाद इसकी शिकायत जे.एंड.के.के थाना विजयपुर में दर्ज करवाई गई थी।
पिछले साल गांव कौलियां की तरफ से ही जिले में घुसे आतंकवादियों ने पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हमला किया था। आतंकवादियों ने गांव कौलियां के पास पंजाब पुलिस के एस.पी. सलविंदर सिंह की गाड़ी को हाईजैक किया था और एक टैक्सी ड्राइवर की भी हत्या कर दी थी। इसके बाद पठानकोट के अकालगढ़ से एयरफोर्स स्टेशन में घुसकर उन्होंने हमले की घटना को अंजाम दिया था। अब इसी रास्ते पर स्कॉर्पियो कार बरामद होने और उसमें सवाल लोगों के फरार होने से एक बार फिर सुरक्षा तंत्र से जुड़े अफसरों के कान खड़े हो गए हैं।