Edited By Updated: 24 May, 2017 04:37 PM
जुलाई महीने में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पुन: इन चुनावों को देखकर मंथन किया जाएगा।
जालन्धर (धवन): जुलाई महीने में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पुन: इन चुनावों को देखकर मंथन किया जाएगा। इस मामले में और पार्टी मीटिंग भी शुक्रवार को होनी है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख बनर्जी द्वारा गैर राजग पाॢटयों के साथ भी मुलाकात की जाएगी ताकि राष्ट्रपति पद के चुनावों में विपक्ष द्वारा केवल एक ही उम्मीदवार खड़ा किया जा सके।
सोनिया गांधी तथा ममता बनर्जी के बीच हुई पहली बैठक में विपक्षी उम्मीदवार को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका था। ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति पद के चुनाव हेतु महात्मा गांधी के पोते तथा पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर गोपाल कृष्ण गांधी का नाम सुझाया था जबकि सोनिया गांधी चाहती थी कि इस पद के लिए लोकसभा के पूर्व स्पीकर मीरा कुमार को चुनाव मैदान में उतारा जाए। इन नामों पर ऑल पार्टी बैठक में पुन: चर्चा होने के आसार हैं।
बताया जाता है कि गोपाल कृष्ण गांधी के नाम पर सी.पी.आई. (एम.) भी सहमत हैं। जबकि कुछ अन्य पाॢटयां भी इस नाम पर अपनी सहमति दे सकती हैं। यद्यपि अभी तक किसी भी पार्टी ने गोपाल कृष्ण गांधी के साथ सम्पर्क औपचारिक तौर पर कायम नहीं किया है क्योंकि विपक्षी पाॢटयां चाहती है कि पहले राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के सांझे उम्मीदवार के नाम पर सहमति बना दी जाए। यद्यपि केंद्र में सत्तारूढ़ राजग को राष्ट्रपति चुनाव के लिए कुछ और सदस्यों की जरूरत है परन्तु इसके बावजूद विपक्षी दल इस मामले में आपसी एकता के लिए यत्नशील हैं।
विपक्षी नेताओं ने बताया कि यद्यपि सभी गैर-राजग पाॢटयां एक ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने की इच्छुक हैं परन्तु अभी तक बीजू जनता दल के नवीन पटनायक ने अभी तक अपनी सहमति नहीं भेजी है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अगले 2-3 दिनों में दिल्ली में विपक्षी दलों के अंदर राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर व्यापक हलचल रहेगी। राजधानी दिल्ली में दिग्गज विपक्षी नेताओं का जमघट लगने जा रहा है। सभी विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं।