Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Aug, 2017 01:41 PM
साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा होने के बाद जेल पहुंचे कथित बाबा राम रहीम के अरबों के साम्राज्य को संभलने को लेकर उठापटक शुरू हो गई हैॅ।
चंडीगढ़/अबोहरः साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा होने के बाद जेल पहुंचे कथित बाबा राम रहीम के अरबों के साम्राज्य को संभलने को लेकर उठापटक शुरू हो गई हैॅ। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है कि आखिर डेरा सच्चा सौदा का अगला प्रमुख कौन होगा? हालांकि डेरा सूत्रों के अनुसार डेरा प्रमुख की मां अपने पोते जसमीत इंसां को डेरे की कमान देना चाहती हैं। इसके लिए मंगलवार को बाबा की मां नसीब कौर ने अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ मीटिंग कर मंथन किया है।
इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि डेरा बाबा के बेटे जसमीत इंसां को ही डेरे की कमान दिलाई जाए लेकिन कमान दिलाने से पहले गुरमीत राम रहीम से स्वीकृति लेनी भी जरूरी है इसलिए माना जा रहा है कि डेरा परिवार इस स्वीकृति पर डेरा बाबा की मुहर लगाने के लिए बुधवार को सुनारियां जेल में मिलने जा सकता है।
हालांकि जसमीत इंसा को डेरा प्रमुख बनाए जाने के मामले में डेरे की ही परंपरा या नियम बाधा बन सकते हैं। क्योंकि नियमानुसार डेरा प्रमुख के परिवार का सदस्य मुखिया नहीं बन सकता लेकिन डेरे के अरबों के साम्राज्य को देखते हुए यह परंपरा टूट भी सकती है लेकिन डेरा प्रमुख के लिए अंतिम मुहर गुरमीत राम रहीम ही लगाएगा। क्योंकि रामरहीम ने 2004 में एक वैलफेयर ट्रस्ट बनाया था, जिसमें खुद को ट्रस्ट का संरक्षक घोषित किया था। ट्रस्ट के अनुसार डेरा प्रमुख को सभी अधिकार दिए गए थे कि वह इस ट्रस्ट को अपनी इच्छानुसार चलाएंगे। उत्तराधिकारी से लेकर ट्रस्ट के आय व्यय सब पर बाबा का अधिकार होगा।
फिलहाल डेरा सच्चा सौदा की गद्दी को संभालने वाले नामों में सबसे पहले राम रहीम का बेटा जसमीत सिंह इंसां है। राम रहीम ने वर्ष 2007 में ही जसमीत को अपना उत्तराधिकारी बनाने की घोषणा की थी। तब राम रहीम के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। तब से डेरा के अन्य संचालकों ने भी जसमीत इंसां को अहमियत देनी शुरू कर दी थी।
दूसरे दावेदार के तौर पर हनीप्रीत इंसां सामने हैं। वह राम रहीम की बेहद करीब और मुंह बोली बेटी है। कुछ बड़े डेराप्रेमियों का मानना है कि अगर हनीप्रीत डेरे की कमान संभालती है तो डेरे का नियम भी जस का तस बना रहेगा। हनीप्रीत हर छोटे-बड़े आयोजन में बाबा के साथ रहती है। हालांकि हनीप्रीत को डेरे की बागडोर देने से से परिवार में घमासान हो सकता है।
तीसरा और अहम दावा डेरा प्रबंधन समिति की चेयरपर्सन बिपासना इंसां का भी है। बिपासना इंसां को डेरा बाबा राम रहीम ने कुछ साल पहले ही प्रबंधन की कमान सौंपी थी और वह डेरे की कमान को डेरा बाबा के जेल जाने के बाद भी सलीके से संभाल रही हैं। आंदोलन के दिन भी उन्होंने अनुयायियों से किसी भी प्रकार का उपद्रव न करने की अपील की थी।