Edited By Updated: 15 Apr, 2017 02:35 AM
कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन के पंजाब दौरे के समय राज्य के मुख्यमंत्री कै....
चंडीगढ़(भुल्लर): कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन के पंजाब दौरे के समय राज्य के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा उन पर खालिस्तानी होने का आरोप लगाने और मुलाकात न करने संबंधी घोषणा के बाद पंजाब में राजनीतिक माहौल एक बार फिर गर्मा गया है। सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच इस मुद्दे को लेकर वाक्युद्ध छिड़ चुका है। कैप्टन की इस घोषणा पर जहां कनाडा सरकार ने भी नाराजगी जताई है वहीं पंजाब में भी कैप्टन के रुख के खिलाफ विपक्षी पाॢटयां, चरमपंथी सिख संगठन एक सुर में तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
यहां तक कि एस.जी.पी.सी. ने भी कैप्टन की घोषणा का विरोध करते हुए सज्जन के पंजाब पहुंचने पर उनका दरबार साहिब में जोरदार तरीके से स्वागत करने की घोषणा की है। इसके बाद कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने फिर से अपना स्टैंड दोहराते हुए कहा कि वह अपनी घोषणा पर कायम हैं लेकिन विपक्ष व सिख संगठन द्वारा तीखी प्रतिक्रियाओं के बाद अब वह थोड़ा नरम हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि वह बेशक सज्जन से बातचीत नहीं करेंगे लेकिन मंत्री के तौर पर उनके पंजाब पहुंचने पर उन्हें प्रोटोकॉल के मुताबिक सुरक्षा व सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं।
उल्लेखनीय है कि किसी समय कैप्टन अमरेंद्र सिंह पर भी खालिस्तानी विचारधारा वाले लोगों के साथ गतिविधियां करने के आरोप लगते रहे हैं और आप्रेशन ब्ल्यू स्टार के समय उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा तक दे दिया था लेकिन अब अचानक उनका खालिस्तान की विचारधारा के विरोध में स्टैंड लेना राजनीतिक हलके के लिए हैरानी भरा है।
कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत ने कहा है कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का खालिस्तान समर्थकों पर प्रेम पहले ही स्पष्ट हो गया था जब चुनाव के दौरान खुद पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल एक आतंकवादी के घर ठहेरे थे। उन्होंने कहा कि कैप्टन की सज्जन संबंधी घोषणा के विरोध से पहले अन्य पाॢटयों व संगठनों को भी पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए। राणा ने कहा कि कैनेडियन मीडिया भी हरजीत सिंह सज्जन जैसे लोगों की खालिस्तानी विचारधारा को पिछले समय में सामने लाता रहा है।
एस.जी.पी.सी. अध्यक्ष प्रो. कृपाल सिंह वडूंगर का मानना है कि कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन एक सम्मान योग्य सिख हैं जिन्होंने कनाडा में मंत्री पद तक पहुंच कर सिखों का मान-सम्मान बढ़ाया है। एस.जी.पी.सी. उनके अमृतसर पहुंचने पर उनका स्वागत गर्मजोशी से करेगी तथा कै. अमरेंद्र सिंह को भी चाहिए कि वह अपनी निजी रंजिशों को छोड़ कर कनाडा के मंत्री के तौर पर सज्जन को मिलकर उन्हें पूरा मान-सम्मान दे।
अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि कनाडा सरकार में मंत्री बनने वाले एक सिख का कैप्टन किस आधार पर विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सज्जन ने सिख सिद्धांतों पर कार्य करते हुए कनाडा की सरकार में मंत्री तक का स्थान प्राप्त कर सिखों का नाम दुनिया में रोशन किया है और वह अपनी जन्म भूमि पंजाब आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन का यह तर्क पूरी तरह गैर-वाजिब है कि वह इसलिए सज्जन का स्वागत नहीं करेंगे कि वह खालिस्तानी विचारधारा के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि विचारधारा को छोड़कर एक देश के मंत्री के तौर पर उनका सम्मान करना चाहिए।
खालिस्तान मुद्दे पर स्टैंड स्पष्ट करें कनाडा के रक्षा मंत्री: कांग्रेस
सीनियर कांग्रेसी नेताओं व विधायकों ने कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन से कहा है कि वह खालिस्तान के मामले पर अपना स्टैंड स्पष्ट करें। कांग्रेसी विधायक सुखजिंद्र सिंह रंधावा, सुख सरकारिया और नवतेज सिंह चीमा ने अकाली दल और ‘आप’ नेताओं को भी सलाह दी कि वह हरजीत सिंह सज्जन के वकील बनने की कोशिश न करें क्योंकि कनाडियन रक्षा मंत्री ने खालिस्तान समर्थक होने का खंडन तक नहीं किया।
कैप्टन का बयान निंदनीय: बीर दविन्द्र
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह का कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन को उनके भारत दौरे के समय न मिलने बारे दिया गया नफरत भरा बयान निंदनीय है। यह बात आज यहां पंजाब विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविन्द्र सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि यह बयान शिष्टाचार के विपरीत है। वह मानते हैं कि कैप्टन के मन में कनाडा की ट्रूडो सरकार के विरुद्ध रंजिश है क्योंकि कनाडा सरकार ने अप्रैल, 2016 में कैप्टन के कनाडा आने पर पाबंदी लगा दी थी।