Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jul, 2017 04:22 PM
भारत व चीन के मध्य पिछले कई दिनों से सीमा विवाद को लेकर चले आ रहे टकराव को देखते हुए पंजाब सीमा पर हाई अलर्ट कर दिया गया है।
जालन्धर (धवन): भारत व चीन के मध्य पिछले कई दिनों से सीमा विवाद को लेकर चले आ रहे टकराव को देखते हुए पंजाब सीमा पर हाई अलर्ट कर दिया गया है। इंटैलीजैंस एजैंसियों का मानना है कि भारत-चीन तनाव के चलते पाकिस्तान द्वारा इसकी आड़ में भारत में परोक्ष युद्ध को बढ़ाया दिया जा सकता है। पाकिस्तान द्वारा किसी भी तरह से सीमा पार से भारत के अंदरुनी भागों में दिए जाने वाले संभावित दखल को देखते हुए सुरक्षा बलों को अपनी गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
पाकिस्तान पहले ही खालिस्तानी व कश्मीरी आतंकियों को प्रशिक्षण कैंपों में ट्रेनिंग दे रहा है। इंटैलीजैंस एजैंसियों का मानना है कि जम्मू-कश्मीर में भी सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ सकती हैं। पाकिस्तान सुरक्षाबलों पर कश्मीर में हमले करवा सकता है। इसी तरह से खालिस्तानी आतंकियों की मदद से पाकिस्तान पंजाब में महत्वपूर्ण सुरक्षा व सिविल संस्थाओं को अपना निशाना बना सकता है।
इंटैलीजैंस एजैंसियों का मानना है कि मई महीने में पंजाब पुलिस ने हरबिंद्र सिंह नामक आतंकी को गिरफ्तार करके आतंकियों की एक बड़ी योजना का पर्दाफाश किया था। खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स तथा जत्था वीर खालसा ने पंजाब में आतंकी गतिविधियों को पुर्नजीवित करना था।
जून महीने में पुलिस ने गुरदियाल सिंह व जगरूप सिंह को गिरफ्तार किया जिसे पाकिस्तान में हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी। जम्मू-कश्मीर सरकार ने भी पिछले दिनों चीन पर कश्मीर में गड़बड़ करवाने के संकेत दिए थे। सुरक्षा व इंटैलीजैंस अधिकारियों का मानना है कि अगर चीन कश्मीर में सीधे दखल दे सकता है तो फिर वह पंजाब में भी ऐसा कर सकता है इसलिए सीमा पर सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता रखने की जरूरत है।
इंटैलीजैंस सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान पंजाब तथा जम्मू-कश्मीर दोनों राज्यों में आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा। उसकी गतिविधियों में कोई कमी आने के आसार नहीं है। सूत्रों ने बताया कि चाहे पंजाब सीमा पर सीमा पार से कोई हलचल दिखाई नहीं देती है परन्तु फिर भी सीमा सुरक्षा बल को अत्यधिक अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी तो अभी यही कह रहे हैं कि भारत-चीन तनाव का पंजाब सीमा पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है परन्तु सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर पाकिस्तान कब तक चुप बैठेगा इसलिए सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) को हर समय हाई अलर्ट रहना ही होगा।