Edited By Updated: 10 Feb, 2017 08:25 AM
2017 में केन्द्र की मोदी सरकार के लिए कौन-कौन से नेता संकट बनकर उभर सकते हैं, इसे लेकर देश की प्रमुख अंक शास्त्री व टैरोट रीडर संध्या आहूजा ने अपने कुछ आकलन किए हैं।
जालंधर (धवन): 2017 में केन्द्र की मोदी सरकार के लिए कौन-कौन से नेता संकट बनकर उभर सकते हैं, इसे लेकर देश की प्रमुख अंक शास्त्री व टैरोट रीडर संध्या आहूजा ने अपने कुछ आकलन किए हैं। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की पुत्री प्रियंका गांधी वढेरा को लेकर संध्या आहूजा ने लिखा है कि वर्ष के आरंभ में उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याओं से जूझना पड़ेगा, परंतु कुछ समय के बाद उन्हें सकारात्मक नतीजे मिलेंगे तथा करियर में भी सफलता मिलने के आसार हैं। उन्होंने पाॢलयामैंटेरियन पत्रिका में लिखा है कि वर्ष के मध्य में उन्हें भावनात्मक मुद्दों पर सावधान रहना होगा। कार्य क्षेत्र में उन्हें सफलता मिलेगी, वर्ष के अंत में उन्हें सम्मान मिलेगा व जनता में उनकी इमेज बढ़ेगी।
उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर टैरोट आधार पर भविष्यवाणी करते हुए कहा कि वर्ष के आरंभ में उनका समय शुभ रहेगा परंतु बाद में उनके समक्ष चुनौतियां पैदा होंगी। वह अपना बचाव करते हुए दिखाई देंगे। उन्हें सख्त मेहनत की जरूरत है। अल्पकाल में कई समस्याएं उभरेंगी। कुछ समय बाद उनके प्रयास सफल होंगे। उन्हें अडिय़ल रुख त्यागना होगा तथा अपने विचारों में लचीलापन लाना होगा। मौजूदा तनाव कुछ समय के बाद दूर होगा तथा उसके बाद उन्हें जनता से सहयोग मिलता दिखाई देगा।
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बारे में लिखा है कि वह एक सकारात्मक दौर से गुजर रही हैं। एक शक्तिशाली व्यक्ति उनका समर्थन करेगा परंतु ममता कई मुद्दों को लेकर विवादों के घेरे में रहेंगी, जिस कारण कई बार तनाव की स्थिति पैदा होगी। उन्हें कई चुनौतियों से रू-ब-रू होना पड़ेगा। ऐसे समय में उन्हें सख्त मेहनत की जरूरत होगी। सितम्बर का महीना उन्हें राहत देगा तथा उनके कार्य की प्रशंसा होगी परन्तु बाद में उन्हें पुन: हताशा की स्थिति में से गुजरना पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बारे में उन्होंने लिखा कि फरवरी महीना उनके लिए शुभ नहीं है। इस दौरान प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि एक ऐसा समय आने वाला है, जब वह परिस्थितियों से असंतुष्ट होती हुई दिखाई देंगी। कई मुद्दों पर स्पष्टता का अभाव रहेगा। उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। वर्ष के अंत में नए अवसर पैदा होंगे। परन्तु फिर भी यह वर्ष भाग्य में बढ़ौतरी करता हुआ दिखाई नहीं देगा।