Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 11:52 AM
पंजाब के स्थानीय निकाय व सांस्कृतिक मामलों के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को एक पत्र लिखकर प्रदेश एक
चंडीगढ़(पराशर) : पंजाब के स्थानीय निकाय व सांस्कृतिक मामलों के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को एक पत्र लिखकर प्रदेश एक उच्च अधिकारी के विरुद्ध एंटिक वस्तुओं की तस्करी के आरोपों की जांच सी.बी.आई. से करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पर्यटन, सांस्कृतिक मामले, पुरातत्व एवं अजायबघर विभाग के पूर्व डायरैक्टर ने अहम एंटिक वस्तुओं को एक विदेशी तस्कर से मिलकर अंतर्राष्ट्रीय मार्कीट में बेचा है।
डी.आर.आई. का पत्र का दिया हवाला
पत्रकारवार्ता में सिद्धू ने कहा कि उन्हें इस संबंध में डायरैक्टोरेट आफ रैवन्यू इंटैलीजैंस, मुम्बई जोनल यूनिट की ओर से एक पत्र प्राप्त हुआ है। इसमें कहा गया है कि इस अधिकारी ने बतौर डायरैक्टर के कार्यकाल के दौरान न्यूयार्क के विजय नंदा से मिलकर बहुमूल्य एंटिक वस्तुओं को विदेशी बाजारों में बेचा
है।
10 वर्ष तक जमा रहा यह अधिकारी
सिद्धू ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि यह अधिकारी 10 साल तक पुरातत्व व अजायबघर विभाग में रहा व समगङ्क्षलग करता रहा और किसी को इसकी भनक नहीं लगी। कुछ माह पहले मंत्री का पद संभालते ही उन्हें इस अधिकारी के विरुद्ध शिकायतें मिलनी शुरू हो गई थीं, जिसके आधार पर उन्होंने उसकी बदली कर दी लेकिन इस अधिकारी ने बदली मुख्यमंत्री से कैंसल करवा ली। मुझे खुद मुख्यमंत्री से सारी स्थिति स्पष्ट करनी पड़ी।
ली कार्बूजिए का फर्नीचर भी समगल किया
सिद्धू ने कहा कि यह अधिकारी चंडीगढ़ प्रशासन में भी इसी विभाग का डायरैक्र रह चुका है। चंडीगढ़ से कार्बूजिए द्वारा डिजाइन किए गए फर्नीचर भी समगल हुए हैं, जिन्हें क्रिस्टीज तथा सोथबीज जैसे अंतर्राष्ट्रीय नीलामघरों में करोड़ों रुपए पर नीलाम किया गया। चंडीगढ़ से समगल की गई वस्तुओं में कार्बूजिए निर्मित जजों की कुर्सियां तथा अन्य फर्नीचर शामिल है। इसके अलावा पंजाब के अजायबघरों में रखे कई बेशकीमती झाड़-फानूस भी गायब हैं।
भारतीय मूल के अमरीकी नागरिक को सप्लाई देते थे
पंजाब के मुख्य सचिव को लिखे पत्र में डायरैक्टोरेट आफ रैवेन्यू इंटैलीजैंस ने कहा है कि एंटिक्स समगङ्क्षलग के एक मामले में विजय नंदा नामक भारतीय मूल का एक अमरीकी नागरिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जांच में पाया गया कि पंजाब के पुरातत्व व अजायबघर विभाग के डायरैक्टर विजय नंदा को एंटिक्स देते थे।