Edited By Updated: 17 Dec, 2016 09:40 AM
पंजाब के विधानसभा चुनाव आई.एस.आई. के नार्को टैररिज्म के निशाने पर हैं। इसके पीछे कारण सॢजकल स्ट्राइक का बदला है।
जालंधर/अमृतसर(राकेश बहल,नीरज): पंजाब के विधानसभा चुनाव आई.एस.आई. के नार्को टैररिज्म के निशाने पर हैं। इसके पीछे कारण सॢजकल स्ट्राइक का बदला है। सूत्रों के अनुसार चुनावों के दौरान पाकिस्तान की तरफ से ड्रग्स की तस्करी बढ़ाने की योजना बनाई गई है। आईएसआई ऐसा कर एक तीर से दो निशाने लगाना चाहती है। एक तो वे पंजाबी युवकों को नशेड़ी बनाना चाहती है दूसरा प्रधानमंत्री मोदी से अपनी खुंदक निकालना चाहती है क्योंकि यहां पर अकाली-भाजपा की सरकार है और नशा यहां पर बड़ा मुद्दा है। अगर चुनाव में नशा आता है तो भाजपा को नुक्सान हो सकता है उसकी बदनाम हो सकती है। आईएसआई को ऐसा लगता है कि चुनावी मौसम में नशीले पदार्थों की खपत बढ़ सकती है। केन्द्रीय गुप्तचर एजैंसियों ने इस बात के लिए राज्य सरकार को आगाह कर दिया है। आईएसआई ने अपने एजैंटों को सिंथैटिक ड्रग की सप्लाई तेज करने के निर्देश दिए हैं।
क्या है सारा खेल
पंजाब में इस समय जालंधर, लुधियाना,अमृतसर ,फिरोजपुर ,गुरदासपुर जिलों में हैरोइन की सीमा पार से तस्करी करने वालों का एक बड़ा नैटवर्क बना हुआ है । पंजाब और जम्मू के साथ लगती पाकिस्तान सीमा से तस्कर हैरोइन की तस्करी करते हैं। पंजाब में इस समय साढ़े पांच सौ के करीब तस्कर सक्रिय है। राजस्थान के साथ लगती सीमा से अब तस्करों ने हेरोइन की तस्करी करनी शुरू कर दी है और तस्कर इसको पंजाब में सक्रिय तस्करों तक पहुंचाते हैं। राजस्थान से आने वाली चूरा-पोस्त की पंजाब के गांवों में काफी मांग है। पंजाब के साथ लगती राजस्थान की सीमा पर चूरा पोस्त के ठेके खुले हुए हैं। हिमाचल प्रदेश के चंबा और कुल्लू मनाली से गांजा और चरस फलों की टोकरियों में अक्सर छुपा कर लाई जा रही है। हरियाणा से चूरा-पोस्त और सिंंथैटिक ड्रग आती है। हरियाणा का सिरसा ‘डबवाली’,राजस्थान का हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, केसरीसिंहपुरा , हिमाचल प्रदेश का कुल्लू मनाली और चंबा ड्रग की तस्करी के मुख्य केन्द्र हैं यही से पंजाब में ड्रग आती है। सिंथैटिक ड्रग दिल्ली में तैयार होती है। हरियाणा के रास्ते यह पंजाब आती है।
बी.एस.एफ. ने संवेदनशील इलाकों में बढ़ाई नफरी
गुरदासपुर व पठानकोट में 2 बार हुए आतंकी हमलों के बाद केन्द्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से पूरे पंजाब बार्डर, विशेष रूप से गुरदासपुर बार्डर में बी.एस.एफ. की अतिरिक्त बटालियन तैनात की गई है। इसके अलावा पाकिस्तान के साथ जब जंग के हालात बने तो बार्डर का 10 कि.मी. का इलाका खाली करवाने का आदेश दिया गया। इतना ही नहीं अभी कुछ दिन पहले ही गुरदासपुर सैक्टर में बी.एस.एफ. ने घुसपैठ के प्रयास को नाकाम भी किया है।
धुंध व सर्दी तस्करों का पसंदीदा मौसम
सबसे संवेदनशील सैक्टरों फिरोजपुर, फरीदकोट, खेमकरण, गुरदासपुर व अमृतसर सैक्टर में धुंध व सर्दी का सीजन होने के कारण धुंध के चलते शून्य दृश्यता होती है और 5 फुट के बाद किसी व्यक्ति को साफ नहीं देखा जा सकता है, ऐसा मौसम भारत व पाकिस्तान में काम करने वाले तस्करों का पसंदीदा मौसम होता है और तस्कर इसी मौसम में हैरोइन की खेप को इधर-उधर करने का प्रयास करते हैं।