Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Oct, 2017 09:28 AM
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जी.के. की एक ऑडियो सी.डी. वायरल होने पर सिख सियायत गर्मा गई है।
नई दिल्ली (ब्यूरो): दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जी.के. की एक ऑडियो सी.डी. वायरल होने पर सिख सियायत गर्मा गई है। सी.डी. में श्री गुरु गोबिंद सिंह और दसम ग्रन्थ के एक चैप्टर में कही गई बातों का वर्णन किया गया है। इसको लेकर विपक्षी दल शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) ने मंजीत सिंह जी.के. की घेराबंदी कर दी है, साथ ही तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है।
दल के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना एवं महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने जी.के. के खिलाफ पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करवाने के लिए आवेदन किया है। धार्मिक दबाव बनाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब को पत्र लिखा है। पत्र से अकाल तख्त के प्रमुख से गुहार लगाई गई है कि मंजीत जी.के. के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए। कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. की सोशल मीडिया पर श्री गुरु गोबिंद सिंह तथा दसम ग्रंथ बारे अपमानजनक टिप्पणियां करते हुए बातचीत की ऑडियो वायरल हुई है। जी.के. अगर इस क्लिप में अपनी आवाज नहीं मानते तो उन्हें अपनी आवाज के नमूनों का परीक्षण केन्द्रीय फोरैंसिक विज्ञान प्रयोगशाला हैदराबाद से करवाने के लिए आगे आना चाहिए या फिर सिखों को बताना चाहिए कि उन्होंन किस आधार और किसके इशारे पर श्री गुरु गोबिंद सिंह और दसम ग्रन्थ बारे अपमानजनक टिप्पणियां की हैं। सरना ने आरोप लगाया कि मंजीत सिंह जी.के. नागपुर में बैठे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के इशारे पर ही गुरु साहिब संबंधी अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं।
सरना ने दावा किया कि ऑडियो क्लिप में सौ फीसदी आवाज मंजीत सिंह जी.के. की है। इस आवाज को कई एजैंसी झुठला देती है तो वह सियासत से संन्यास ले लेंगे। अगर यह आवाज जी.के. की सिद्ध हुई तो वह संगत को फिर कभी मुंह नहीं दिखाएंगे। सरना ने जी.के. के हक में बोलने वाले बादल दल को कहा की वह मौजूदा डिजीटल तकनीकों बारे अपनी सोच को बदल लें। बादल दल ने पहले सुच्चा सिंह लंगाह की अश्लील सी.डी. को भी फर्जी बताया था जिन्हें श्री अकाल तख्त ने धर्म से ही बाहर कर दिया है।