Edited By Updated: 26 Feb, 2017 11:23 PM
डी.एस.जी.एम.सी. चुनाव एक महीने की लंबी मशक्कत के बाद रविवार
नई दिल्ली/चंडीगढ़: डी.एस.जी.एम.सी. चुनाव एक महीने की लंबी मशक्कत के बाद रविवार को सकुशल सम्पन्न हो गया। मैदान में उतरे सभी सियासी दलों ने वोटरों को घरों से निकालने के लिए पूरी कोशिश की। यही कारण है कि वोट का प्रतिशत भी वर्ष 2013 की तुलना में इस वर्ष ज्यादा रहा। चुनाव सम्पन्न होने के बाद सभी दलों के प्रमुखों ने अपनी-अपनी पार्टी की जीत का दावा किया। वहीं अकाल सहाय वैल्फेयर सोसायटी के वरिष्ठ नेता मलकिंद्र सिंह ने भी अपनी सभी सीटों पर अच्छे प्रदर्शन का दावा किया है।
डूब गई बाल्टी, बाहर होगा अकाली दल (बादल): सरना
शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) यानी कि सरना ग्रुप के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना, महासचिव हरविंद्र सिंह सरना ने अपनी पार्टी की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि सिख संगत ने सत्ताधारी दल अकाली दल (बादल) को बाहर करने का मन बना लिया था। अच्छी वोटिंग होने से पूरी उम्मीद है कि च्बाल्टीज् डूब गई है, अकाली दल 1 मार्च को सत्ता से बाहर हो जाएगा। हमारी पार्टी स्पष्ट बहुमत हासिल करेगी। हमारी पिछली कारगुजारी को देखते हुए सिख संगत ने हमें भारी संख्या में मतदान किया है। उन्होंने कहा कि हमारा चुनावी घोषणा पत्र सिखों और सिख युवाओं के लिए है।
कमेटी चुनावों में दोबारा शानदार जीत हासिल करेंगे: जी.के.
डी.एस.जी.एम.सी. कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष मंजीत सिंह जी.के. एवं महासचिव मनजिंद्र सिंह सिरसा ने भी जीत का दावा किया है। दोनों नेताओं ने कहा कि दिल्ली कमेटी के चुनावों में वह दूसरी बार शानदार जीत हासिल करेंगे। कमेटी को पारदर्शी तरीके से चलाने और सिख संगत के कल्याण के लिए नई योजनाएं शुरू करने के लिए सिख भाईचारा पूरी तरह उनके साथ है। पारिवारिक सदस्यों के साथ वोट डालने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान जी.के. एवं मनजिंद्र सिंह सिरसा ने कहा कि हमें अपने समर्थकों से मिल रहे समर्थन से पता चला है कि हम भारी बहुमत से जीत दर्ज करेंगे।
तीसरा मोर्चा बना पंथक सेवा दल, जीतेगा: कोछड़
इसी प्रकार डी.एस.जी.एम.सी. के चुनाव में आप संबंधित पंथक सेवा दल के महासचिव करतार सिंह कोछड़ ने वसंत कुंज में अपने परिवार एवं साथियों के साथ वोट डाले, साथ ही कहा कि पंथक सेवा दल को संगत की ओर से मिले सहयोग के कारण दल के उम्मीदवार बहुमत के साथ विजयी होंगे। उन्होंने कहा कि अकाली दल और सरना दल से सिख संगत ऊब चुकी है इसलिए पंथक सेवा दल तीसरा मोर्चा एवं एक विकल्प के रूप में आगे आया है। कोछड़ ने कहा कि किसी कारणवश वोटिंग प्रतिशत कम हुआ है लेकिन जमीर वाले सिखों ने अपने वोट का इस्तेमाल किया है।