Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 08:41 AM
मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह तथा डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा की तरफ से पंजाब में ङ्क्षहदू नेताओं की हत्याओं के मामले में मंगलवार को बड़ा ब्रेक-थ्रू किया गया।
जालंधर (राकेश बहल): मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह तथा डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा की तरफ से पंजाब में ङ्क्षहदू नेताओं की हत्याओं के मामले में मंगलवार को बड़ा ब्रेक-थ्रू किया गया। हिन्दू नेताओं की हत्याओं के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अभी और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार खुफिया विभाग के पास यह पुख्ता जानकारी थी कि हिन्दू नेताओं की हत्या के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। क्योंकि सारी साजिश विदेश में रची जा रही थी इसलिए खुफिया विभाग व पंजाब पुलिस मौके की तलाश में थे।
खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन हत्याओं का मास्टर माइंड हैप्पी पीएच.डी. है जोकि लाहौर में आई.एस.आई. के मेन ग्रुप जो इन दिनों पंजाब आप्रेशन देख रहा है में बड़ी पोस्ट पर है। उसका संबंध के.एल.एफ. (खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स) तथा इंटरनैशनल सिख यूथ फैडरेशन के लखबीर सिंह रोडे से है। उसने हिन्दू नेताओं की हत्या की साजिश लखबीर सिंह रोडे के साथ मिलकर रची थी।
जगतार सिंह दूसरा मास्टर माइंड
सूत्रों के मुताबिक आई.एस.आई. से आदेश मिलने के बाद हत्याओं का ताना-बाना बुनने के लिए जगतार सिंह जौहल उर्फ जग्गी पिछले साल अप्रैल महीने में इंगलैंड से पंजाब आया था। पंजाब में रहकर उसने गैंगस्टरों को अपने साथ जोड़ा। साथ में शार्प शूटरों की लिस्ट बनाई गई। लुधियाना के गैंगस्टर धर्मेंद्र गुगनी को वारदातों के लिए हथियार मुहैया कराने के लिए चुना गया।
जगतार के पंजाब में होने की किसी को जानकारी नहीं थी
हिन्दू नेताओं की हत्याओं का दूसरा मास्टर माइंड पंजाब में है इसकी पंजाब पुलिस को कोई जानकारी नहीं थी। यह खुलासा जिम्मी सिंह की पालम हवाई अड्डे से गिरफ्तारी के बाद हुआ। जिम्मी गैर कानूनी तौर पर इंगलैंड में रह रहा था और उसने पॉलिटिकल एजाइलम मांगा था लेकिन उसे पॉलिटिकल एजाइलम नहीं मिलने के कारण वह पंजाब आया था। इंटैलीजैंस के पास सूचना थी कि जिम्मी इंगलैंड में काफी सक्रिय है।
गोसाईं की हत्या का मनाया जश्न
पंजाब में हत्याओं का ताना-बाना बुनने के बाद जगतार सिंह जग्गी इंगलैंड वापस चला गया और साथियों के साथ इंगलैंड में पैसे इक_े करने लगा। जगतार सिंह इस साल दोबारा अक्तूबर में आया। 17 अक्तूबर को लुधियाना में संघ नेता रविन्द्र गोसाईं की हत्या के एक दिन बाद 18 अक्तूबर को जगतार ने जालंधर में शादी रचाई और साथ में रविन्द्र गोसाईं की हत्या का जश्र मनाया गया।
इंगलैंड में आई.एस.आई. का मॉड्यूल
आई.एस.आई. का एक मॉड्यूल लंदन, बॄमघम, साऊथ हाल में चल रहा है। उसमें जगतार और जिम्मी एन.आर.आइज से पैसे इक_े कर पंजाब में वारदातों के लिए भेजते थे। जैसा कि आई.एस.आई. का प्लान था कि इस बार वारदातों के लिए पाकिस्तान से हथियार मुहैया नहीं करवाए जाएंगे और सारे हथियार लोकल खरीदे जाएंगे। हथियार खरीदने और वारदातों को अंजाम देने के लिए इंगलैंड में इक_ा किया गया पैसा हवाला के जरिए पंजाब में आता था।
एक दर्जन के करीब एन.आर.आइज और इतने ही गैंगस्टर्स की भूमिका
सूत्रों के मुताबिक पंजाब में जितनी भी हिन्दू नेताओं की हत्याओं की वारदातें हुई हैं उनमें दूसरे देशों में रहते एक दर्जन के करीब एन.आर.आइज की भूमिका के खुफिया विभाग के हाथ कुछ सबूत लगे हैं। साथ ही हत्याओं के लिए चुने गए गैंगस्टर्स की लिस्ट भी तैयार हो रही है जोकि दर्जन भर से ज्यादा हैं।
लुधियाना के रविंद्र गोसाईं हत्याकांड के बाद सामने आए ठोस सुराग
चंडीगढ़ (ब्यूरो): जालंधर में गगनेजा हत्याकांड के बाद सी.बी.आई. की फॉरैंसिक लैब ने लुधियाना में संघ प्रचारक रविंद्र गोसाईं की पिछले माह की 17 तारीख को दिन-दिहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई थी दौरान सबसे पहले उनका गोली चलाने का तरीका देखा गया। इसमें पाया कि हत्यारे एक ही एंगल से गोली चलाते हैं। उनके चलने के स्टाइल को बार-बार देखा गया तो पता चला कि इन हत्याओं के पीछे एक ही गैंग है। इसके बाद पुलिस ने रैडीकल सिख के उन संगठनों को टारगेट किया जो पंजाब में अशांति फैलाना चाहते थे। इसके बाद ही पुलिस यहां तक पहुंच पाई।
ऐसे बनाते थे नकली शारीरिक बनावट
चंडीगढ़ (ब्यूरो): हत्यारे वारदात के वक्त कपड़ों के अंदर इस तरह के कॉस्ट्यूम डाल लेते थे जिनसे उनकी बॅाडी बहुत मजबूत नजर आती थी। छाती और बाजुओं को मोटा कर लेते थे। वे ऐसा इसलिए करते थे ताकि शरीर की बनावट से भी पहचाने न जा सकें। उनकी हर संभव कोशिश रहती थी कि कोई भी ऐसा सुराग न छोड़ा जाए जिससे उनकी पहचान हो सके। 1500 कैमरों को देते रहे धोखापुलिस ने इन वारदातों को लेकर कम से कम 1500 कैमरों को खंगाला। ये वे कैमरे थे जो वारदात स्थल के आसपास लगे हुए थे। इसके बाद भी पुलिस इनका सुराग नहीं लगा पाई, यहां तक की सी.बी.आई. की फॉरैंसिक टीम भी हत्यारों की इस चालाकी को पकड़ नहीं पाई थी।
एन्क्रिप्टेड मोबाइल सॉफ्टवेयर एप्प का इस्तेमाल कर रहे थे कातिल
जालंधर (रविंद्र शर्मा): पंजाब में ङ्क्षहदू नेताओं की हत्याएं पाकिस्तान की गुप्तचर एजैंसी आई.एस.आई. के इशारे पर हुई थीं। विदेशों में बैठे आतंकी संगठनों ने गैंगस्टरों से हाथ मिलाकर पंजाब में माहौल खराब करने की साजिश रची थी। जालंधर के जगतार सिंह जौहल ने इसमें अहम रोल अदा किया था। जौहल पिछले तकरीबन 5 साल से आई.एस.आई. के संपर्क में था। जगतार सिंह की मानें तो आई.एस.आई. ने यह साजिश पंजाब में अशांति व धार्मिक उन्माद करवाने की नीयत से रची थी।
जगतार सिंह पिछले लंबे समय से इंगलैंड में रह रहा था और वहां रहते हुए ही वह आई.एस.आई. के विदेशी गुर्गों के हत्थे चढ़ा था। यहीं से जगतार सिंह आई.एस.आई. के गुर्गों के संपर्क में आया। जगतार सिंह को टारगेट देने से पहले इंगलैंड में ही आई.एस.आई. के गुर्गों ने ट्रेङ्क्षनग दी थी। इसमें खालिस्तानी आतंकियों के साथ-साथ गैंगस्टर भी थे। जगतार सिंह को आई.एस.आई. ने पाकिस्तान और कुछ पश्चिमी देशों में स्थित हैंडलर के साथ संवाद के लिए एन्क्रिप्टेड मोबाइल सॉफ्टवेयर (एप्प) का उपयोग करना सिखाया था।
आतंकी लहर से जुडऩे के लिए युवाओं को प्रेरित करता था जग्गी
जालंधर (प्रीत) : राज्य मे ङ्क्षहदू नेताओं की हत्याओं के मामले में गिरफतार किए गए गांव जंडियाला मंझकी के एन.आर.आई. जगतार सिंह जौहल उर्फ जग्गी युवाओं को आंतकी लहर के साथ जुडऩे के लिए मोटीवेट करता और साथ ही बेरोजगार युवकों को अपने झांसे में लेने के लिए फंङ्क्षडग भी करता था। वहीं सूत्रों ने बताया कि जिम्मी सिंह, जगतार जग्गी जौहल का काम युवाओं को आतंकी लहर के साथ जुडऩे के लिए मोटीवेट करने के साथ-साथ उनकी जरूरतें पूरी करने के लिए फंङ्क्षडग करना था। जग्गी जौहल का जन्म विदेश में हुआ है। 30 वर्षीय जगतार सिंह जग्गी एक दशक से विदेशों में बैठे गर्म विचाराधारा वाले दलों से जुड़ा हुआ है। हालांकि जगतार सिंह जग्गी ने स्पष्ट तौर पर किसी से कोई बात नहीं की लेकिन उसने युवाओं को खालिस्तानी लहर से जुडऩे के लिए प्रेरित किया और जरूरतमंद युवाओं को रुपए भी बांटे। एन.आर.आई. जगतार सिंह व उसके परिवार का गांव जंडियाला मंझकी में खासा रुतबा है। देर रात जब जगतार की सनसनीखेज हत्याओं की साजिश में गिरफ्तारी की सूचना गांव में फैली तो सभी हैरान रह गए थे कि जगतार इस लहर के साथ कैसे जुड़ गया।
मुख्य वारदातें जो पंजाब में हुईं
अप्रैल 2016
प्रमुख नामधारी संप्रदाय की माता चांद कौर (88) लुधियाना के निकट भैणी साहिब में पंथ मुख्यालय के बाहर मारी गई थीं।
अप्रैल 2016
पंजाब शिवसेना के श्रमिक दल के प्रमुख दुर्गा प्रसाद गुप्ता को लुधियाना के खन्ना में गोली मार दी गई थी।
अगस्त 2016
पंजाब में आर.एस.एस. के कमांडर व सेवा निवृत्त ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा को जालंधर में सरे बाजार गोली मार दी गई।
जनवरी 2017
श्री हिन्दू तख्त के प्रचार प्रबंधक अमित शर्मा (35) को लुधियाना में मोटरसाइकिल सवारों ने गोली मार दी। हत्यारों ने 7.65 बोर की पिस्तौल का इस्तेमाल किया।
जनवरी 2017
भटिंडा के मौड़ मंडी में हुए 2 बम विस्फोटों जिसमें 6 लोग मारे गए थ,े भी अनसुलझे हैं। डेरा सच्चा सौदा गुरमीत राम रहीम के रिश्तेदार कांग्रेस उम्मीदवार हरमिन्द्र सिंह जस्सी भी टारगेट थे।
फरवरी 2017
डेरा सच्चा सौदा के दोनों अनुयायी पिता-पुत्र सतपाल और रमेश की लुधियाना के पास खन्ना में 2 हमलावरों ने हत्या कर दी। मामला सुलझा नहीं।
जून 2017
लुधियाना के पीरु बंदा मोहल्ला में पास्टर सुल्तान मसीह की गोलियां मार कर हत्या।
अक्तूबर 2017
लुधियाना में आर.एस.एस. शाखा के मुख्य शिक्षक रविन्द्र गोसाईं की दिन-दिहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई। (चंडीगढ़ ब्यूरो)