Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Aug, 2017 09:38 AM
महानगर के चंद पैट्रोल पम्पों पर कैश कार्ड फ्रॉड का असर आज दिनभर शहरवासियों के सिर चढ़कर बोलता रहा।
लुधियाना (खुराना): महानगर के चंद पैट्रोल पम्पों पर कैश कार्ड फ्रॉड का असर आज दिनभर शहरवासियों के सिर चढ़कर बोलता रहा। इसके चलते अधिकतर वाहन चालक अपनी गाडिय़ों में तेल भरवाने के दौरान कैश कार्ड होते हुए भी इसके इस्तेमाल की हिम्मत नहीं जुटा पाए। अनुमान के मुताबिक आज नगर में कैश कार्ड द्वारा पैट्रोल पम्पों पर भुगतान करने का आंकड़ा करीब 80-85 फीसदी नीचे लुढ़क गया, जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैशलैस योजना को एक बड़ा झटका है।
ग्राहकों में आर्इ भारी कमी
जानकारी के मुताबिक शहर के कुछ पैट्रोल पम्पों पर जहां पहले दिनभर कैश कार्ड के जरिए वाहनों में तेल भरवाने वाले ग्राहकों की भीड़ रहती थी, वहीं पैट्रोल पम्प कारिंदों द्वारा किए कैश कार्ड फ्रॉड का समाचार मीडिया में प्रकाशित होने के बाद आज ऐसे ग्राहकों की भारी कमी देखने को मिली। यहां बताना अनिवार्य होगा कि नगर के 3 पैट्रोल पम्पों पर 4 कर्मचारियों द्वारा गत दिनों करीब 79 वाहन चालकों के कैश कार्डों के क्लोन तैयार कर उनके खातों से लाखों रुपए उड़ाए गए हैं। इनमें दुगरी रोड स्थित एक निजी पैट्रोल पम्प के 2 कारिंदे, समराला चौक चंडीगढ़ रोड स्थित पैट्रोल पम्प का 1 कारिंदा व अरोड़ा पैलेस दाना मंडी स्थित रेलवे क्रॉसिंग रोड पर पड़ते पैट्रोल पम्प के 1 कर्मी पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
किसी प्रकार की खरीदारी करते समय या फिर गाड़ी में पैट्रोल/डीजल भरवाने के दौरान जहां पहले मेरे व मेरे परिवार द्वारा कार्ड द्वारा भुगतान करने को पहल दी जाती थी, वहीं पैट्रोल पम्पों के कारिंदों द्वारा ग्राहकों के खातों से नकदी उड़ाने के समाचार के बाद कार्ड का इस्तेमाल करने से दिल डरने लगा है इसलिए हमने तो कैश कार्ड से कहीं पर भी राशि का भुगतान करने से फिलहाल तौबा ही कर ली है।
-अमरजीत सिंह चावला, कपड़ा कारोबारी
गाडिय़ों में डीजल भरवाने के लिए ड्राइवरों को नकद राशि देने की जगह कार्ड का इस्तेमाल कर कैशलैस योजना से जुड़े होने का आनंद उठा रहे थे, क्योंकि इस प्रकार से महीने बाद सारा ब्यौरा सामने आ जाता है कि कब कहां किस गाड़ी में कितने रुपए का तेल डाला गया है। ऐसे में हिसाब मिलान के लिए कोई ज्यादा मुश्किल भी नहीं होती थी लेकिन उक्त फ्रॉड के बाद से डर-सा लगने लगा है।
-इंद्रजीत सिंह, ट्रांसपोर्टर।
जैसे एक मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है, ठीक उसी प्रकार से चंद पैट्रोल पम्प कारिंदों ने अपने निजी स्वार्थ को पूरा करने के लिए ट्रेड को बदनाम करने की कोशिश की है, लेकिन हमें विश्वास है कि शहरवासी ऐसे कारिंदों की किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे। हमारी संस्था ऐसे सभी कारिंदों के खिलाफ खुद आगे आकर कानूनी कार्रवाई करवाएगी।
-रणजीत सिंह गांधी, प्रधान लुधियाना पैट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन