Edited By Updated: 28 Feb, 2017 02:03 AM
चुनाव जीतने के लिए भाजपा मीडिया को भरपूर विज्ञापन देकर तहेदिल से खुश कर रही है। ...
जालंधर: चुनाव जीतने के लिए भाजपा मीडिया को भरपूर विज्ञापन देकर तहेदिल से खुश कर रही है। उत्तर प्रदेश, पंजाब और गोवा के विधानसभा चुनावों के लिए टी.वी., रेडियो और प्रिंट मीडिया में कैंपेन चलाते हुए भाजपा ने सबको पीछे छोड़ दिया है। टी.ए.एम. मीडिया रिसर्च की इकाई ऐडेक्स इंडिया से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले साल नवम्बर से लेकर 4 फरवरी, 2017 तक 3 माध्यमों पर तीनों राज्यों के लिए सभी राजनीतिक विज्ञापनों में भाजपा का हिस्सा 59 प्रतिशत रहा।
पंजाब में सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन द्वारा चलाए गए प्रचार अभियान को शामिल नहीं किया गया है। कुल विज्ञापनों में अकाली दल-भाजपा का हिस्सा 11 प्रतिशत रहा। इंडस्ट्री के सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने विधानसभा चुनावों के दौरान विज्ञापन पर 150 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। हालांकि इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी। भाजपा के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में कहा है कि हमारी सरकार ने आम आदमी के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई हैं और यह जरूरी है कि हम इस बारे में लोगों को जागरूक करें। इससे ज्यादा उन्होंने कोई विशेष जानकारी नहीं दी।
समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के ऐड वॉल्यूम्स मिलकर भी भाजपा के आंकड़े के आधे तक भी नहीं पहुंच रहे हैं। टोटल पॉलिटिकल कैंपेन में सपा के विज्ञापनों का हिस्सा 13 प्रतिशत, बसपा का 12 प्रतिशत और कांग्रेस का आंकड़ा करीब 4 प्रतिशत रहा। जनवरी के दौरान राजनीतिक दलों ने विज्ञापन में सबसे ज्यादा निवेश किया।
टी.वी. चैनलों पर जहां कुल 27,133 विज्ञापन प्रसारित किए गए वहीं रेडियो पर 11,722 ऐड स्पॉट्स प्ले किए गए और 2797 विज्ञापन प्रिंट मीडिया में जारी किए गए। इससे पहले नवम्बर में सभी टी.वी. चैनलों पर कुल 5754 विज्ञापन, रेडियो पर 3212 और प्रिंट मीडिया में 1092 विज्ञापन जारी किए गए। नोटबंदी के बाद दिसम्बर में राजनीतिक प्रचार कम रहा।
राज्यों के स्तर पर देखें तो यू.पी. में राजनीतिक विज्ञापनों में भाजपा का हिस्सा 69 प्रतिशत रहा। उसके बाद सपा का आंकड़ा 17 प्रतिशत, बसपा का 12 प्रतिशत तो कांग्रेस और लोकदल का 1.1 प्रतिशत रहा। पंजाब में राजनीतिक विज्ञापनों में अकाली दल-भाजपा का हिस्सा 39 प्रतिशत रहा। उसके बाद भाजपा का हिस्सा (स्वतंत्र रूप से) 4 प्रतिशत, कांग्रेस का 2 प्रतिशत और आम आदमी पार्टी का 1 प्रतिशत रहा।
गोवा में इस अध्ययन के लिए केवल प्रिंट मीडिया में आए विज्ञापनों को शामिल किया गया। गोवा में भाजपा का हिस्सा 39 प्रतिशत और कांग्रेस का 37 प्रतिशत रहा। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी का आंकड़ा 13 प्रतिशत और गोवा फारवर्ड पार्टी का 4 प्रतिशत रहा। फरवरी और मार्च में 5 राज्यों में नई विधानसभाओं के लिए वोट हो रहे हैं। गोवा, पंजाब और उत्तराखंड में पहले ही मतदान हो चुका है, वहीं उत्तर प्रदेश में 7 चरण की मतदान प्रक्रिया है और मणिपुर में मार्च में 2 चरणों में मतदान होगा। भाजपा गोवा में सत्तारूढ़ पार्टी है और सपा उत्तर प्रदेश में अवलंबी पार्टी है। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन सरकार चलाता है।
विज्ञापनों में किस पार्टी का कितना हिस्सा
भाजपा- 59%
सपा-13%
कांग्रेस- 4%
बसपा- 12%
भाजपा-शिअद-11%
पंजाब डैमोक्रेटिक पार्टी- 05%