Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Feb, 2018 09:19 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने शाहपुर कंडी डैम प्रोजैक्ट को फास्ट ट्रैक प्राथमिकता वाली श्रेणी में शामिल करने का मामला आज दिल्ली में केंद्रीय भूतल परिवहन व हाईवे मंत्री नितिन गडकरी के सामने उठाया।
जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने शाहपुर कंडी डैम प्रोजैक्ट को फास्ट ट्रैक प्राथमिकता वाली श्रेणी में शामिल करने का मामला दिल्ली में केंद्रीय भूतल परिवहन व हाईवे मंत्री नितिन गडकरी के सामने उठाया। मुख्यमंत्री ने आज पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ गडकरी से मुलाकात की, जिसमें शाहपुर कंडी डैम के लिए 90 व 40 अनुपात वाला फार्मूला जारी रखने की मांग की गई। केंद्र प्रोजैक्ट में 90 प्रतिशत हिस्सेदारी डालेगा जबकि राज्य सरकार की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत रहेगी। राजस्थान फीडर व सरङ्क्षहद फीडर नहरों को भी प्राथमिकता वाली सूची में रखने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय का दखल मुख्यमंत्री ने मांगा है। इन दोनों प्रोजैक्टों को केंद्रीय फंडों से पूरा करने की मांग की गई ।
गडकरी से मुलाकात के दौरान कै. अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब के शेष रहते 4 जिलों के लिए भी फोर लेन प्रोजैक्टों को पूरा करने के लिए कहा। एन.एच-703 तथा एन.एच-10 को राज्य के साथ जोडऩे की मांग की गई। उन्होंने राज्य के पी.डब्ल्यू.डी. को फोर लेन प्रोजैक्टों को मंजूरी देने के लिए केंद्र से मांग की। कैप्टन ने कहा कि पंजाब के 22 जिलों में से 18 जिले पहले ही फोर व सिक्स लेन नैशनल हाईवे प्रोजैक्टों से जुड़ चुके हैं। केवल फिरोजपुर, मानसा, श्रीमुक्तसर साहिब तथा फाजिल्का ही टू लेन नैशनल हाईवे से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर तथा श्रीमुक्तसर साहिब के बीच कनैक्टिविटी भी नैशनल हाईवे के विचाराधीन है।
इसी तरह से एन.एच-703 के बरनाला, मानसा सैक्शन तथा एन.एच-10 के डब्बवाली-मलोट-अबोहर-फाजिल्का सैक्शन के मध्य भी कनैक्टिविटी होनी चाहिए। उन्होंने तलवंडी-फिरोजपुर तथा श्रीमुक्तसर साहिब-मलोट मार्गों को अपग्रेड करने के कार्य में तेजी लाने का आग्रह किया। बंगा-गढ़शंकर-आनंदपुर साहिब-नैना देवी रोड को नैशनल हाईवे घोषित करने के लिए नोटीफिकेशन जारी करने का आग्रह किया जिसकी मंजूरी पहले ही मंत्रालय दे चुका है।
मुख्यमंत्री व जाखड़ से गडकरी ने कहा कि शाहपुर कंडी प्रोजैक्ट में केंद्र की 90 प्रतिशत हिस्सेदारी को लेकर उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करनी चाहिए। गडकरी ने कहा कि वह स्वयं चाहते हैं कि केंद्र अपना 90 प्रतिशत योगदान डाले। कै. अमरेन्द्र सिंह ने राजस्थान व सरङ्क्षहद फीडर नहरों की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने गडकरी से कहा कि इन दोनों प्रोजैक्टों को भी केंद्र के प्राथमिकता वाले प्रोजैक्टों में शामिल किया जाए। अभी तक ये प्रोजैक्ट केंद्र की सूची से बाहर हैं। यह प्रोजैक्ट मार्च 2019 में शुरू होंगे तथा 70 दिनों में उन्हें पूरा किया जाएगा। शाहपुर कंडी प्रोजैक्ट पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शाहपुर कंडी प्रोजैक्ट में 60 व 40 के अनुपात को राज्य सरकार स्वीकार नहीं करेगी, क्योंकि पूर्व मनमोहन सरकार ने इस प्रोजैक्ट को नैशनल प्रोजैक्ट घोषित किया था। इस पर अनुमानित लागत 2738 करोड़ रुपए आनी है।
पाकिस्तान को जा रहे पानी पर लगेगी रोक
कै.अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि अगर शाहपुर कंडी प्रोजैक्ट को केंद्र मंजूर कर लेता है तो इससे माधोपुर हैडवक्र्स से होते हुए पाकिस्तान को जा रहे पानी को रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में पहले ही पानी की कमी है तथा पानी को रोक कर उसका बिजली उत्पादन में प्रयोग किया जा सकेगा।
एस.वाई.एल. मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई
मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने गडकरी से मुलाकात के बाद कहा कि बैठक में केवल राज्य के विकास से जुड़े मामलों पर ही केंद्रीय मंत्री से चर्चा की गई है ताकि पंजाब में विकास को गति दी जा सके। उन्होंने कहा कि एस.वाई.एल. के मुद्दे पर गडकरी के साथ कोई चर्चा नहीं हुई। जगदीश टाइटलर के उठाए जा रहे मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बार-बार यह मुद्दा उठाया जा रहा है जिसमें वह अपना स्टैंड पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं।