Edited By Updated: 06 Mar, 2017 06:43 PM
विवादों में फंसी गुरमेहर एक बार फिर हिम्मत जुटा लोगों के सवालों का जवाब दे कही है।
जालंधरःविवादों में फंसी गुरमेहर एक बार फिर हिम्मत जुटा लोगों के सवालों का जवाब दे सकी है। लोग उसके नाम पर कई तरह कि ट्वीट कर रहे हैं जिसके बाद उसका कहना है कि मैं डरी नहीं हूं,न ही मेरे परिजनों ने मुझे डरना सिखाया। मैं सच के साथ हूं। उसने कहा कि जो देशभक्ति का राग अलाप रहे हैं,वे देशभक्त नहीं-इनका ने कोई देश है अौर न ही धर्म। असलियत तो ये है कि देशभक्ति का मुखौटा पहन कुछ गुंडे व हत्यारे घूम रहे हैं। उसने कहा कि लोग योद्ध को सियासत का हथियार बनाते हैं। जब उनसे पूछा गया कि अापके पापा को पाकिस्तान ने नहीं युद्ध ने मारा के बयान पर काफी लोगों ने अापत्ति जताई तो गुरमेहर ने कहा कि कुछ लोगों ने एक पुराने वीडियो के हिस्से को उठातक प्रतिक्रिया दी जबकि उन्हें ताजा वीडियो पर टिप्पणी करनी चाहिए थी जो कि उन्होंने नहीं की जिससे साफ होता है कि उनका मतलब कुछ अौर ही था।
गुरमेहर ने कहा कि उनके बयान को वहीं समझ सकता है जो युद्ध की विभीषिका को समझता हो अौर जिसे जंग की सियासत की भी समझ हो। फिलहाल,मैं इन लोगों से इसकी अपेक्षा नहीं रखती। इसलिए मुझे कोई दुख भी नहीं है। मंत्रियों की बयानबाजी पर गुरमेहर ने कहा कि मुझे उन पर तरस अाता है। वे बेचारे सत्ता के मद में इतने पागल हो चुके हैं कि उन्हें एक 20 वर्षीय बच्ची के बारे में क्या बोलना चाहिए,क्या नहीं ये भी समझ में नहीं अा रहा। असल में मैंने उनका मुखौटा नोच लिया है इसलिए वे बौखलाएं हुए हैं। गुरमेहर ने विरोधियों के जवाब में फ्रांस के सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट की बात को ट्वीट कर कहा कि दीर्घकाल में भावना हमेशा तलवार पर भारी पड़ती है। गुरमेहर के ताजा ट्वीट को विरोधियों पर हमले के रूप में देखा जा सकता है।