Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 May, 2017 09:25 AM
रेत खनन मामले में फंसे कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के इस्तीफे की मांग को लेकर अाज आम आदमी पार्टी के विधायक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की कोठी की तरफ कूच करने निकले लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
चंडीगढ़(शर्मा) : माइनिंग ‘स्कैंडल’ पर घिरे पंजाब के सिंचाई एवं बिजली मंत्री राणा गुरजीत सिंह की बखास्र्तगी के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने मंगलवार को जमकर हल्ला बोला।
पार्टी विधायकों ने नेता विपक्ष एच.एस. फूलका और सांसद तथा पंजाब इकाई के प्रधान भगवंत मान की अगुवाई में रोष मार्च निकाला। मार्च में लोक इंसाफ पार्टी के बैंस बंधु भी शामिल थे। ये सभी विधानसभा परिसर से सी.एम. आवास तक रोष मार्च निकालते हुए कैप्टन को राणा को कैबिनेट से हटाने के लिए ज्ञापन सौंपने जा रहे थे लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने ‘आप’ नेताओं को विधानसभा परिसर के मुख्य द्वार पर ही रोक लिया। विधायकों ने गेट फांदने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने सभी को राऊंडअप कर बस में धकेल दिया।
इस दौरान नेता बस से ही मीडिया कर्मियों को संबोधित करते रहे। फूलका ने कहा कि पंजाब में कैप्टन सरकार ने आपातकाल जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। जब जनता के चुने प्रतिनिधियों को भी मुख्यमंत्री से मिलने से रोक कर हिरासत में लिया जा रहा है तो आम आदमी का क्या हाल होगा? उन्होंने कहा कि इस बात के स्पष्ट सबूत हैं कि माइङ्क्षनग नीलामी में राणा गुरजीत सिंह शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन की मामले में चुप्पी व भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के प्रयास से यह लगता है कि उनकी भी इस स्कैंडल में भागीदारी है। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष भगवंत मान ने कहा कि अब तक अकालियों को माफिया में शामिल होने के लिए जाना जाता था लेकिन अब कांग्रेसियों ने अकालियों के भी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। मान ने चुटकी ली कि यदि कैप्टन ऐसा फार्मूला जानते हैं जिससे एक मामूली रसोइए की नौकरी के जरिए करोड़ों रुपए कमाए जा सकते हैं तो यह फार्मूला बेरोजगार युवाओं को भी बताएं।
जांच कमीशन का औचित्य नहीं : खैहरा
विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने आरोप लगाया कि सेवानिवृत्त जस्टिस नारंग की अध्यक्षता वाले जांच कमीशन का कोई औचित्य नहीं क्योंकि राणा गुरजीत सिंह व जस्टिस नारंग के परिवारों के बीच वकील-मुवक्किल का रिश्ता है। उन्होंने कहा कि यह ऑन रिकार्ड है कि राणा गुरजीत सिंह के परिवार ने हाईकोर्ट में केस लडऩे के लिए जस्टिस नारंग के बेटे की सेवाएं लीं। उन्होंने कहा कि यदि कैप्टन सही मायने में जांच चाहते हैं तो उन्हें हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवानी चाहिए। उन्होंने हैरानी प्रकट की कि सबूत होने के बावजूद कैप्टन राणा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे?
खैहरा ने कहा कि पार्टी बुधवार को मामले को लेकर ई.डी. व इन्कम टैक्स अथॉरिटीज को ज्ञापन सौंपेगी। इसके बाद पार्टी जिला स्तर पर उनकी बर्खास्तगी की मांग को लेकर रोष प्रदर्शन व धरने करेगी।
गिरफ्तारी के बाद विपक्ष नेता एच.एस.फुल्का को ले जाती पुलिस