Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jun, 2017 09:54 AM
विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार किसी मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी पंजाब के विभिन्न जिलों में जनता की अदालत में कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने उतरी है।
चंडीगढ़ः विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार किसी मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी पंजाब के विभिन्न जिलों में जनता की अदालत में कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने उतरी है। प्रदेश में सरकार बनने के अढा़ई माह बाद रेत खनन के ठेकों में हवाला राशि के इस्तेमाल और कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह की मिलीभगत का आरोप लगा कार्रवाई की मांग के बहाने आप एक बार फिर से सूबे में अपना सियासी आधार तलाशेगी।
पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने की कवायद में गुरप्रीत सिंह वडैच घुग्गी को हटाकर संगरूर से सांसद भगवंत मान के हाथ में पार्टी की कमान दे दी है। 29 मई को केजरीवाल के दौरे के समय अमृतसर में मंच पर मान की ताजपोशी की गई थी।
मुद्दे की तलाश में जुटी आप को रेत खनन मामले में राणा के रूप में घर बैठे मुद्दा मिल गया है। अब आप की कोशिश है कि राणा के नाम पर ही सही अपनी सियासत चमकाई जाए। यही वजह है कि आप ने भारतीय जनता पार्टी व शिरोमणि अकाली दल को पीछे छोड़ते हुए इस मामले में पांच जिलों में धरना-प्रदर्शन की घोषणा कर दी है। सोमवार को जालंधर से इसकी शुरुआत की जाएगी। यहीं से पता चल जाएगा कि आप का सियासी आधार कितना बचा है।
ये है धरने का कार्यक्रम
-5 जून को जालंधर में धरना, अगुवाई करेंगे सुखपाल सिंह खैहरा।
-8 जून को फरीदकोट में प्रो. साधु सिंह धरने का नेतृत्व करेंगे।
- 9 जून को नेता प्रतिपक्ष एचएस फूलका और विधायक बैंस ब्रदर्स की अगुवाई में लुधियाना में धरना-प्रदर्शन।
-12 जून को प्रधान भगवंत मान गुरदासपुर में धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे।
-14 जून को रोपड़ में विधायक कंवर संधू के नेतृत्व में प्रदर्शन किया जाएगा।