Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Mar, 2018 04:35 PM
उम्मीदें दफन,लौटेंगे कफन। उन मांओ की उम्मीदें आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा 39 भारतीयों की मौत की खबर के साथ खत्म हो गई।
चंडीगढ़ःउम्मीदें दफन,लौटेंगे कफन। उन मांओ की उम्मीदें उस समय खत्म हो गई जब आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा 39 भारतीयों की मौत की जानकारी राज्यसभा में दी गई। अपनों के लौटने की उम्मीद में बैठे परिजन आज सरकार को कोस रहे हैं कि आखिर उन्हें क्यों सच्चाई से दूर रखा गया। पिछले 4 सालों से विदेश मंत्रालय उनके जीवित होनी की बात कह रहा था, समझ नहीं आ रहा किसपर विश्वास करें, मैं सुषमा स्वराज जी से बात करने की प्रतीक्षा कर रही हूं, हमें अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली। ये कहना है गुरपिंदर कौर का जो इराक में मारे गए मनजिंदर सिंह की बहन है। इसके साथ ही कई दिग्गजों ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। आईए जानते हैं किसने कहा कहा।
राज्यसभा मैंबर प्रताप बाजपा जिन्होंने 39 भारतीयों का मुद्दा कई बार उठाया,इस खबर से आहत हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को आर्थिक तौर पर मदद की जाए। सरकार परिवारों को मुआवजा दे।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर का कहना है कि खबर बेहद दुखद है, मोदी सरकार ने डीएनए मैच होने तक 39 भारतीयों की खोज जारी रखी, विपक्ष को ऐसे मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
आप नेता अमन अरोड़ा ने कहा कि खबर बहुत दुखद है, मोदी सरकार ने 39 भारतीयों की लाशों पर राजनीति की। मोदी सरकार लोगों को झूठ बोलती रही। सुषमा स्वराज और मोदी को संसद में सारे देश से माफी मांगनी चाहिए।
मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने कहा कि भागकर आए एक भारतीय ने ये पहले ही बता दिया था, खबर बेहद दुखद है। वहीं केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि 39 भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए कानूनी प्रक्रियाएं चल रही है जिसमें 8-10 दिन का समय लग सकता हैं।