Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jul, 2017 08:52 AM
3 साल के लंबे इंतजार के बाद पी.जी.आई. ने मंगलवार को पहला लंग ट्रांसप्लांट किया। देश भर के सरकारी अस्पतालों में पी.जी.आई. पहला ऐसा अस्पताल भी बन गया है जो सस्ते दाम पर लंग ट्रांसप्लांट करेगा।
चंडीगढ़ (अर्चना): 3 साल के लंबे इंतजार के बाद पी.जी.आई. ने मंगलवार को पहला लंग ट्रांसप्लांट किया। देश भर के सरकारी अस्पतालों में पी.जी.आई. पहला ऐसा अस्पताल भी बन गया है जो सस्ते दाम पर लंग ट्रांसप्लांट करेगा।
दक्षिणी भारत के प्राइवेट अस्पताल लंग ट्रांसप्लांट के लिए 35 से 40 लाख रुपए पेशैंट से वसूलते हैं जबकि पी.जी.आई. में लंग ट्रांसप्लांट सिर्फ 6 से 10 लाख रुपए में किया जा सकेगा। हालांकि पी.जी.आई. ने पहला लंग ट्रांसप्लांट बिल्कुल मुफ्त किया है।
लंग ट्रांसप्लांट की सर्जरी के दौरान इस्तेमाल किए गए उपकरणों, इम्यूनोसप्रैसर और एंटीबायोटिक दवाओं से संबंधित सारा खर्च पी.जी.आई. ने खुद ही उठाने का फैसला किया है। पल्मनरी विभाग के एच.ओ.डी. दिगम्बर बेहरा की मानें तो 35 वर्षीय महिला पेशैंट हरजीत कौर के लंग ट्रांसप्लांट पर आने वाला आधा खर्च प्रबंधन उठाएगा जबकि बाकी की रकम डिपार्टमैंट की तरफ से एकत्रित करेंगे। पी.जी.आई. डायरैक्टर प्रो. जगत राम ने कहा कि पी.जी.आई. ने पहले लंग ट्रांसप्लांट काखर्च खुद उठाने का फैसला किया है। महिला के सीने में 22 साल के सुक्खा के लंग्स ट्रांसप्लांट किए गए हैं।