Edited By Updated: 05 Apr, 2016 10:36 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री स: प्रकाश सिंह बादल ने आज लम्बी हलके में संगत दर्शन किए।
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने जल समझौते में पंजाब के साथ हो रहे पक्षपात पर कहा कि राजस्थान, हरियाणा या अन्य किसी भी राज्य का पंजाब के पानी पर कोई अधिकार नहीं है। केंद्र व राज्य की पूर्व कांग्रेस सरकारों ने पंजाब के साथ हमेशा पक्षपात किया है। पानी के समझौतों पर राज्य को उसके अधिकारों से वंचित रखा गया। अगर पंजाब राजस्थान व हरियाणा सहित अन्य किसी भी राज्य को पानी न दे रहा होता तो आज प्रदेश में गिर रहे जल स्तर की समस्या पैदा ही नहीं होनी थी। मुख्यमंत्री बादल जिले के विधानसभा क्षेत्र लंबी में संगत दर्शन कार्यक्रम दौरान गांव रानीवाला में लोगों की समस्या सुन रहे थे।
उन्होंने कहा कि नहरी पानी के अभाव में पंजाब के किसानों को ट्यूबवैल के जरिए सिंचाई करनी पड़ती है जिस कारण भूमिगत जल खतरनाक स्तर तक गिर गया है। राज्य के पानी के उचित हिस्से को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार इस मामले में बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने को तैयार है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) शुरू से ही सतलुज-यमुना लिंक नहर का विरोध करता आया है। डॉ. नवजोत कौर सिद्धू द्वारा की जा रही बयानबाजी पर बादल ने कहा कि डॉ. सिद्धू उनकी बेटी समान हैं। वह इस मामले में कुछ नहीं कहेंगे।