Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 11:15 AM
देश को डिजीटल इंडिया बनाने की सरकारी नीतियों के तहत नैशनल हाईवे की बजाय बन रहे फोरलेन सड़क मार्गों से लोगों के लिए नई समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल जालंधर से बरनाला वाया मोगा सड़क मार्ग का इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में इस मार्ग पर पड़ते...
मोगा (ग्रोवर): देश को डिजीटल इंडिया बनाने की सरकारी नीतियों के तहत नैशनल हाईवे की बजाय बन रहे फोरलेन सड़क मार्गों से लोगों के लिए नई समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल जालंधर से बरनाला वाया मोगा सड़क मार्ग का इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में इस मार्ग पर पड़ते गांवों में गुजरने के लिए कट नहीं हैं, जिससे गांव 2 भागों में बंटने लगे हैं। फोरलेन बनने के बाद इन गांवों के लोगों को लंबा रास्ता तय करके अपने काम-धंधे पर जाना पड़ेगा।
हैरानी की बात है कि जब कुछ समय पहले इन गांवों के लोगों को इस समस्या का पता लगा तो उन्होंने इसके समाधान के लिए अपनी आवाज गंभीरता से प्रशासन के सामने उठाई, लेकिन अभी तक गांवों के लोगों की समस्या का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। दूसरी तरफ गांवों के लोगों ने इस मामले पर संघर्ष के लिए कमेटियां बनाकर एक प्लेटफार्म पर इकट्ठे होने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है ताकि इस मामले को आपसी लामबंदी करके हल करवाया जा सके। ‘पंजाब केसरी’ की ओर से इस मामले पर एकत्रित की गई रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया कि यह समस्या किसी एक-आधे गांव की नहीं, बल्कि मोगा से बरनाला तक के 69 किलोमीटर सड़क मार्ग पर पडऩे वाले दर्जनों गांव की है। जिले के गांव बुघीपुरा से गांव मैहमेवाला सड़क पर कट न होने से गांववासियों में रोष है।
गांव के सरपंच निर्मल सिंह ने बताया कि गांव के बहुसंख्यक लोगों के खेत इस सड़क पर होने के कारण गांववासियों के लिए गुजरना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यही नहीं नजदीकी कई गांवों के लोग इस सड़क के माध्यम से ही बाघापुराना तथा कोटकपूरा क्षेत्र को जाते हैं, लेकिन अब लोगों को मुश्किलें झेलनी पड़ेंगी।
कमेटी कल करेगी बैठक
बधनी कलां के निवासियों द्वारा इस समस्या के हल के लिए एक कमेटी बनाई गई है, जो समूचे मामले संबंधी प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवा रही है। कमेटी के नेता लाल सिंह बधनी कलां ने बताया कि पहले कमेटी की ओर से जिले के डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र हलका विधायक मनजीत सिंह बिलासपुर की अगुवाई में दिया गया। कमेटी में पार्षद अजमेर सिंह, राम निवास, ङ्क्षछदरपाल शर्मा, बंत सिंह, केवल कृष्ण, अमनदीप सिंह, बलवीर सिंह आढ़ती, निरवैर सिंह, जगजीवन गोयल को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि कमेटी की 9 जनवरी को बैठक है, जिसमें अगली रणनीति बनाई जाएगी।
कमेटी की ओर से मामले संबंधी लामबंदी करने के लिए बैठकें की जाएंगी।धार्मिक स्थल वाले गांव भी प्रभावित
कस्बा बधनी कलां के समीप धालीवाल गोतिया में आस्था के केन्द्र मट्ट भ्याना साहिब के पास पड़ते चौराहे से गुजरने के लिए कोई कट नहीं है। ऐसे में करीब 36 गांवों के लोग प्रभावित होंगे। गांव राऊंके कलां के पूर्व सरपंच सुखबीर सिंह का कहना है कि यह मामला मीडिया द्वारा उनके ध्यान में आया है तथा इस संबंध में गांव के लोगों से बातचीत कर अगली रणनीति बनाई जाएगी। गांव बीड़ राऊंके के पूर्व पंचायत मैंबर गुरचरन सिंह बीड़ राऊंके ने कहा कि भ्याना साहिब के अलावा गांव लोपों की धार्मिक संस्था दरबारसर लोपों तथा मैहदेयाना साहिब जाने के लिए भी यही रास्ता है, इसलिए यहां कट जरूरी है।
इन गांवों के लोगों के सामने समस्या
बुघीपुरा से मैहमेवाला, बधनी कलां से लोपों, बधनी कलां से मल्लेयाना, राऊंके कलां से भ्याना साहिब, लोपों से राऊंके कलां, मुख्य मार्ग से बधनी खुर्द, माछीके आदि के अलावा जिला बरनाला की सीमा में पड़ते कई गांवों में ऐसी समस्या बन रही है।
शिकायतों की कर रहे हैं जांच
डिप्टी कमिश्नर मोगा दिलराज सिंह का कहना है कि अलग-अलग गांवों के लोगों की ओर से इस मामले संबंधी एतराज लगाकर आवेदन दिए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। इन आवेदनों के आधार पर ही आने वाले दिनों में राष्ट्रीय शाह मार्ग अथॉरिटी के अधिकारियों से संपर्क कर लोगों की मुश्किलों का हल करवाने की कोशिश की जाएगी।