Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 10:24 AM
जिले के कस्बा फतेहगढ़ पंजतूर में प्राइवेट तौर पर चल रहे गुरु रामदास मल्टीस्पैशलिस्ट अस्पताल के स्टाफ में उस समय हड़कंप मच गया, जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल में सिविल सर्जन मोगा डा. मनजीत सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की। इस दौरान टीम को देखते...
मोगा (संदीप): जिले के कस्बा फतेहगढ़ पंजतूर में प्राइवेट तौर पर चल रहे गुरु रामदास मल्टीस्पैशलिस्ट अस्पताल के स्टाफ में उस समय हड़कंप मच गया, जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल में सिविल सर्जन मोगा डा. मनजीत सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की। इस दौरान टीम को देखते ही वहां उपस्थित स्टाफ मैंबर रफूचक्कर हो गए। टीम को अस्पताल में गर्भपात करने के लिए इस्तेमाल में आने वाले औजार मिले, जिससे यहां पर एम.टी.पी. (मैडीकल ट्रमिनेशन ऑफ प्रैग्नैंसी एक्ट-1971) की धज्जियां उडऩे के संकेत मिले हैं।
यही नहीं टीम ने नायब तहसीलदार की स्वीकृति लेकर स्कैन रूम खुलवाकर स्कैनिंग मशीन की विभाग की ओर से लगाई गई सील भी चैक की। टीम द्वारा कब्जे में लिए औजारों को सील करने के उपरांत पुलिस को आगामी कार्रवाई करने के लिए सौंप दिए गए हैं।
दोपहर 12 बजे पहुंची टीम
सिविल सर्जन मोगा डा. मनजीत सिंह के नेतृत्व में जिला परिवार भलाई अफसर डा. रूपिन्द्र कौर, डिप्टी मैडीकल कमिश्नर डा. सुरिन्द्र सेतिया, जिला एपीडिमोलॉजिस्ट डा. मुनीश अरोड़ा, एस.एम.ओ. कोटईसे खां व ड्रग इंस्पैक्टर की टीम दोपहर 12 बजे अस्पताल पहुंची।
स्कैन मशीन से छेड़छाड़ की आशंका
सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह व मौजूद अधिकारियों के अनुसार अस्पताल में औजारों के पाए जाने से स्कैनिंग मशीन की सील के साथ भी छेड़छाड़ होने की आशंका है। इसके चलते डिप्टी कमिश्नर मोगा को इस छापेमारी की जानकारी देकर नायब तहसीलदार की मौजूदगी में स्कैन रूम का ताला खोल मशीन की सीलें भी चैक की गईं, लेकिन उन्हें सही पाया गया।
चर्चा में रह चुका है अस्पताल
मई 2017 में भी फतेहगढ़ पंजतूर का यह अस्पताल भ्रूण जांच करने के आरोपों के चलते चर्चा में रह चुका है। इसके चलते मिल रही शिकायतों के आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने एक सिं्टग के बाद इस अस्पताल की स्कैन मशीन व स्कैन रूम को सील कर दिया था।
नहीं किया जनवरी-2017 से किसी भी मरीज को चैक
इस अस्पताल में सेवाएं देने वाले एम.डी. मैडीसन डा. जी.एस. कथूरिया से जब टीम ने पूछताछ करनी चाही तो उन्होंने कहा कि वह पैरालाइज का शिकार हैं। इसके चलते उनके हाथ कांपते रहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वाराजनवरी-2017 से किसी भी मरीज का चैकअप व उपचार ही नहीं किया गया है।
पुलिस कार्रवाई करने की करेंगे सिफारिश : डा. मनजीत सिंह
सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने बताया कि सोमवार को की गई छापेमारी में इस अस्पताल से औजार मिलना सीधे तौर पर एम.टी.पी. (मैडीकल ट्रमिनेशन आफ प्रैग्नैंसी एक्ट-1971) एक्ट की धज्जियां उड़ाए जाने की ओर इशारा है। यह अस्पताल पहले से ही चर्चा में है। यहां होने वाली गैर-कानूनी गतिविधियों का जिम्मेदार इस अस्पताल का मालिक डा. जगमोहन सिंह है। छापेमारी के समय यहां न तो कोई मैडीकल स्टाफ मिला व न ही कोई चिकित्सक। इन सबकी जिम्मेदारी इस अस्पताल के मालिक की ही है। उन्होंने कहा कि वह पुलिस से जांच-पड़ताल के उपरांत इन सब अनियमितताओं व कानून तोडऩे वाले के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश करेंगे।