Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 02:41 PM
फिरोजपुर जिले के गांव वाड़ा भाईका तथा गांव गिल निवासी 2 युवकों ने कुछ व्यक्तियों पर कथित मिलीभगत करके उन्हें ह्यूमन राइट्स मिशन मोहाली में ब्लाक अफसर तथा फील्ड अफसर लगवाने का झांसा देकर 12,70,000 रुपए की ठगी मारने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जांच के...
मोगा(आजाद): फिरोजपुर जिले के गांव वाड़ा भाईका तथा गांव गिल निवासी 2 युवकों ने कुछ व्यक्तियों पर कथित मिलीभगत करके उन्हें ह्यूमन राइट्स मिशन मोहाली में ब्लाक अफसर तथा फील्ड अफसर लगवाने का झांसा देकर 12,70,000 रुपए की ठगी मारने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज कर कथित आरोपियों की तलाश आरंभ कर दी है।
जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को दिए शिकायत पत्र में हरतेज सिंह पुत्र प्रीतम सिंह निवासी गांव वाड़ा भाईका ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे गुरशविन्द्र सिंह व उसके दोस्त अवतार सिंह पुत्र प्रीतम सिंह निवासी गांव गिल को नौकरी पर लगवाने के लिए रिश्तेदार गुरनाम सिंह निवासी गांव मंडवाला (फरीदकोट) से बात की। गुरनाम सिंह ने कहा कि उसने जसप्रीत सिंह पुत्र हरचरन सिंह निवासी गांव अराइयांवाला (फरीदकोट) को ह्यूमन राइट्स मिशन मोहाली में नौकरी पर लगवाया था। उसकी चंडीगढ़ में कई बड़े अफसरों से जान-पहचान हो गई है। वह गुरशविन्द्र सिंह व अवतार सिंह को ह्यूमन राइट्स मिशन मोहाली में ब्लाक अफसर तथा फील्ड अफसर की नौकरी दिलवा देगा। गुरशविन्द्र सिंह को 34,200 रुपए प्रति महीना तथा अवतार सिंह को 24,200 रुपए प्रति महीना वेतन मिलेगा।
ऑफर लैटर देकर 6 दिन की दिलवाई ट्रेनिंग
हरतेज सिंह ने कहा कि इस पर उसने अपने बेटे व अवतार सिंह के 14,20,000 रुपए 9 सितम्बर, 2015 को बस स्टैंड मोगा के नजदीक चक्की वाली गली के पास गुरनाम सिंह तथा जसप्रीत सिंह को दे दिए। उस समय हरचरन सिंह भी मौजूद था। उन्होंने उक्त दोनों को ऑफर लैटर 8 सितम्बर, 2015 को देते हुए दोनों को 10 सितम्बर, 2015 को मोहाली बुलाया और सीनियर अधिकारियों से मिलाकर उनकी हाजिरी लगवा दी। दोनों को 9 दिसम्बर से 14 दिसम्बर 2015 तक ट्रेनिंग भी दिलवाई।
10 महीने वेतन न मिलने पर की पड़ताल
शिकायत पत्र में हरतेज सिंह ने कहा कि ट्रेङ्क्षनग खत्म होने पर बेटे गुरशविन्द्र व अवतार सिंह को जिला फिरोजपुर के आसपास के ब्लाकों में मैंबर बनाने तथा उनकी मुश्किलें जानने के लिए भेज दिया गया। 10 महीने वे गांवों में जाकर काम करते रहे, उन्हें कोई वेतन न मिला। बाद में जब पड़ताल की तो पता चला कि कथित आरोपियों ने मिलीभगत करके ठगी की है क्योंकि मोहाली में उनका कार्यालय ही गायब था। इस पर जब गुरनाम सिंह से बात की तो उसने 75-75 हजार रुपए (कुल डेढ़ लाख रुपए) के चैक दे दिए और बाकी पैसे जल्द देने का भरोसा दिलाया, लेकिन बाद में उन्होंने साफ इंकार कर दिया।
तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
जिला पुलिस अधीक्षक मोगा के आदेश पर इसकी जांच एंटी फ्रॉड सैल मोगा के प्रभारी इंस्पैक्टर बलजिन्द्र सिंह द्वारा की गई। जांच दौरान पता चला कि कथित आरोपियों ने मिलीभगत करके गुरशविन्द्र सिंह व अवतार सिंह को ह्यूमन राइट्स मिशन मोहाली में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 12,70,000 रुपए की ठगी मारी है। कथित तीनों आरोपियों गुरनाम सिंह पुत्र बलबीर सिंह निवासी गांव मंडवाला फरीदकोट, जसप्रीत सिंह पुत्र हरचरन सिंह तथा हरचरन सिंह पुत्र जरनैल सिंह दोनों निवासी गांव अराइयांवाला (फरीदकोट) के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला थाना सिटी मोगा में दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी इंस्पैक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि कथित आरोपियों को काबू करने के लिए छापेमारी की जा रही है।