Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 03:31 PM
नए साल में शहर के लोगों को पानी-सीवरेज, सड़कें, स्ट्रीट लाइटों व पार्कों आदि की सुविधाएं देने के अलावा दफ्तरी कामकाज के तरीके में सुधार लाने को लेकर भले ही कमिश्नर जसकिरण सिंह ने कोई प्लान जारी नहीं किया है। लेकिन नगर निगम के सामने स्व‘छता सर्वेक्षण...
लुधियाना(हितेश): नए साल में शहर के लोगों को पानी-सीवरेज, सड़कें, स्ट्रीट लाइटों व पार्कों आदि की सुविधाएं देने के अलावा दफ्तरी कामकाज के तरीके में सुधार लाने को लेकर भले ही कमिश्नर जसकिरण सिंह ने कोई प्लान जारी नहीं किया है। लेकिन नगर निगम के सामने स्व‘छता सर्वेक्षण 2018 में अपनी रैंकिंग पहले से सुधारने का चैलेंज जरूर आ गया है।
यहां बताना उचित होगा कि प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजैक्ट स्व‘छ भारत मिशन के तहत कितना काम हुआ, उसका आकलन करने के लिए केन्द्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा हर साल स्व‘छता सर्वेक्षण करवाया जाता है। जिसमें पहले कुछ सालों तक चुनिंदा शहरों को शामिल करने के बाद अब देश के सभी नगर निगमों को सर्वे के दायरे में ले लिया गया है। यह सर्वे 4 जनवरी से 10 मार्च तक चलेगा। इस सर्वे के मद्देनजर नगर निगम की सेहत शाखा द्वारा पहले स्कूलों-कालेजों में अवेयरनैस ड्राइव चलाई गई और अब जोनल आफिस में बड़े गुब्बारे लगाए गए हैं। जिन पर लोगों से स्व‘छता सर्वेक्षण में लुधियाना को नंबर वन बनाने में सहयोग देने की अपील की गई है। ऐसा ही एक गुब्बारा मंगलवार को जोन सी आफिस गिल रोड की छत पर चीफ सैनेटरी इंस्पैक्टर जगजीत सिंह की अगुवाई में लगाया गया।
पब्लिक फीडबैक पर टिका है दारोमदार
जानकारों की मानें तो स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत टीमों द्वारा खुद शहर का दौरा करके सफाई व्यवस्था का जायजा लिया जाएगा। इस बारे में पब्लिक फीडबैक लेने का अहम पहलू भी सर्वे में शामिल है। जिसके आधार पर ही रैंकिंग तय की जाएगी। जबकि पिछली पब्लिक फीडबैक खराब होने पर निगम का दर्जा काफी पिछड़ गया था। इसे लेकर नगर निगम द्वारा शहरभर में होॄडग लगाने सहित फेसबुक पेज के जरिए भी प्रचार किया जा रहा है। यहां तक कि धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों के साथ मीटिंग करके भी सहयोग मांगा गया है।
सर्वेक्षण के पहलुओं पर एक नजर
- 4 जनवरी से 10 मार्च तक चलेगा सर्वे
-4041 शहर होंगे शामिल
-प्वाइंट वाइज मिलेंगे नंबर
- कूड़े की डोर टू डोर कलैक्शन के मिलेंगे 30 फीसदी
-सालिड वेस्ट मैनेजमैंट के तहत कूड़े की प्रोसैसिंग 25 फीसदी
-अवेयरनैस, कैपेसिटी बिल्डिंग व इनोवेशन 15 फीसदी
-सेवाओं में पहले से सुधार 35 फीसदी
-पब्लिक फीडबैक 30 फीसदी
-सर्वे टीम की आब्जर्वेशन 30 फीसदी
-पब्लिक व हाऊस टायलेट 30 फीसदी