Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 04:19 PM
4 जनवरी से 4 हजार से ज्यादा शहरों में शुरू हो चुके स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के क्या नतीजे रहेंगे, यह तो मार्च के बाद ही पता चल पाएगा। महानगर में सफाई व्यवस्था के मौजूदा हालातों के चलते अगर रैंकिंग पिछड़ी तो स्वच्छ भारत मुहिम के तहत ग्रांट मिलने में...
लुधियाना(हितेश): 4 जनवरी से 4 हजार से ज्यादा शहरों में शुरू हो चुके स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के क्या नतीजे रहेंगे, यह तो मार्च के बाद ही पता चल पाएगा। महानगर में सफाई व्यवस्था के मौजूदा हालातों के चलते अगर रैंकिंग पिछड़ी तो स्वच्छ भारत मुहिम के तहत ग्रांट मिलने में दिक्कत आ सकती है जिसके मद्देनजर एडिशनल कमिश्नर ऋषिपाल सिंह ने जोन सी के विभिन्न इलाकों में सफाई व कूड़े की लिफ्टिंग के हालात का जायजा लिया।
यहां बताना उचित होगा कि केन्द्र ने पी.एम. मोदी के ड्रीम प्रोजैक्ट स्वच्छ भारत मुहिम के तहत सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रत्येक शहर को आबादी के हिसाब से ग्रांट देने का प्रावधान भी रखा हुआ है। लेकिन लुधियाना में सालिड वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट के लिए पहले से जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण मिशन के तहत केन्द्र की ग्रांट मंजूर होने के कारण स्वच्छ भारत मुहिम का ज्यादा पैसा नहीं मिल पाया था। अब केन्द्र की पुरानी ग्रांट का पीरियड लैप्स हो चुका है तो नए सिरे से स्वच्छ भारत मुहिम के तहत ही फंड लेने के लिए अप्लाई करने की तैयारी चल रही है। इससे पहले ही स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू हो गया है जिसमें अच्छी रैंकिंग हासिल करने के लिए नगर निगम द्वारा काफी पहले से तैयारी शुरू कर दी गई थी। जिसके तहत मेन सड़कों के अलावा गली-मोहल्लों में स्पैशल ड्राइव चलाकर सफाई करवाने सहित कूड़ा व मलबा उठाया जा रहा है।
लेकिन इन सारी कोशिशों पर सड़कों किनारे जमा कूड़े का ग्रहण लग रहा है। इसे लेकर भले ही नगर निगम ने ए टू जैड कंपनी को पहले से साफ कर दिया है कि अगर स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग डाऊन आई तो कंपनी की जिम्मेदारी होगी। लेकिन हालात में फिर भी कोई सुधार नजर नहीं आ रहा। इस हालात का असर केन्द्र से स्वच्छ भारत मुहिम के तहत नए सिरे से मिलने वाली ग्रांट पर पड़ सकता है। जबकि नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में चल रहे केस की सुनवाई के दौरान ए टू जैड कंपनी ने साफ कर दिया है कि सालिड वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट के तहत ग्रांट रिलीज होने पर ही कंपोस्ट व आर.डी.एफ. प्लांट चालू किया जा सकता है। जिसके मद्देनजर स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत रैंकिंग में पहले से सुधार करवाने क ा टारगेट लेकर एडिशनल कमिश्नर ऋषिपाल सिंह सोमवार को फील्ड में उतरे और जोन सी में सफाई ड्राइव के अलावा कंटेनर प्वाइंटों पर जाकर कूड़े की लिङ्क्षफ्टग के हालात का जायजा भी लिया।