Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Mar, 2018 09:36 AM
25 वर्षों की मेहनत-मजदूरी के दौरान पाई-पाई कर जोड़े 1.26 लाख रुपए में से 50 हजार रुपए के करीब नकदी वाला बैग कुछ सैकेंडों में ही बाइक सवार लुटेरे लूट ले गए। घटना थाना शिमलापुरी के अधीन आते गिल रोड के समीप स्थित गली में बुधवार दोपहर उस समय घटी, जब...
लुधियाना (पंकज) : 25 वर्षों की मेहनत-मजदूरी के दौरान पाई-पाई कर जोड़े 1.26 लाख रुपए में से 50 हजार रुपए के करीब नकदी वाला बैग कुछ सैकेंडों में ही बाइक सवार लुटेरे लूट ले गए। घटना थाना शिमलापुरी के अधीन आते गिल रोड के समीप स्थित गली में बुधवार दोपहर उस समय घटी, जब प्रभात नगर निवासी मजदूरी का काम करने वाला सूरज कुमार (50) अपने बेटे जसवंत सिंह के साथ स्टेट बैंक ऑफ पटियाला से नकदी निकलवा कर निकला। वहीं से उसके पीछे लगे मोटरसाइकिल सवार दो लुटेरों ने उसके हाथ में पकड़ा 50 हजार की नकदी वाला बैग छीन लिया और फरार हो गए।
आधार कार्ड बना वजह : पुलिस को दी अपनी शिकायत में सूरज कुमार ने अपनी दास्तान सुनाते हुए बताया कि 25 वर्षों तक दिहाड़ी लगाकर उसने एक-एक करके पैसा जमा करके खाते में 1.26 लाख के करीब रकम जोड़ी थी, ताकि अगर उसके एम.कॉम. पास बेटे को नौकरी नहीं मिलती तो छोटी-मोटी दुकान खोलकर रोटी कमाने लायक हो जाए। बैंक कर्मी आए दिन उसे फोन करके आधार कार्ड लिंक करवाने के लिए दबाव बना रहे थे, जबकि उसका आधार कार्ड नहीं बन रहा था, क्योंकि मेहनत करने के कारण उसकी उंगलियों की लकीरें साफ हो चुकी हैं, जोकि स्कैन नहीं होतीं। बैंक स्टाफ को अपनी मजबूरी बताने के बावजूद जव वे नहीं माने तो उसने बैंक खाता बंद करवाने का फैसला लिया और आज वह अपने बेटे के साथ बैंक आया था। जहां उन्होंने खाता बंद करवा दिया और 76 हजार रुपए उसके बेटे ने अपने हाथ में पकड़े थैले में डाल लिए।