Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Feb, 2018 08:27 AM
गांधी नगर में रविवार प्रात: बेखौफ & लुटेरे हथियारों के बल पर गारमैंट्स के 2 कारोबारियों से 2.10 लाख रुपए की नकदी लूटकर मोटरसाइकिल पर फरार हो गए जबकि कारोबारियों का एक साथी लुटेरों की चुंगल से भाग निकलने में कामयाब हो गया। ये तीनों कारोबारी हरियाणा...
लुधियाना (महेश): गांधी नगर में रविवार प्रात: बेखौफ & लुटेरे हथियारों के बल पर गारमैंट्स के 2 कारोबारियों से 2.10 लाख रुपए की नकदी लूटकर मोटरसाइकिल पर फरार हो गए जबकि कारोबारियों का एक साथी लुटेरों की चुंगल से भाग निकलने में कामयाब हो गया। ये तीनों कारोबारी हरियाणा से लुधियाना में खरीदारी करने आए थे। सलेम टाबरी पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। वारदात आज तड़के करीब &.45 बजे की है। कारोबारी सुधीर शर्मा, रमेश बांसल व गुलशन कुमार का गारमैंट का कारोबार है। वह अपनी कार से लुधियाना के गांधी नगर मार्कीट में खरीदारी करने आए थे। वह तड़के 3.30 बजे गांधी नगर पहुंच गए, लेकिन तक पूरी मार्कीट बंद थी। इस पर वे गली नंबर 4 में कार में बैठ कर मार्कीट खुलने का इंतजार करने लगे।
जान से मारने की धमकी देकर कार का दरवाजा खुलवाया
सुधीर ने बताया हम कार लॉक करके उसी में बैठ कर आराम करने लगे। अभी 15 मिनट ही बीते थे कि तभी एक मोटरसाइकिल पर & लुटेरे आए। जिन्होंने अपने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था। उन्होंने कार खोलने के लिए उनका शीशा खटखटाया। अंजान लोग होने के कारण हमने कार का शीशा और दरवाजा खोलने से मना कर दिया। तभी लुटेरों ने अपने पास रखे तेजधार हथियार निकाल लिए और हमें धमकाया कि अगर कार का दरवाजा नहीं खोला तो वह उसके शीशे तोड़ कर खुलवा लेंगे और फिर उनकी जान भी जा सकती है। मजबूर होकर हमें कार के दरवाजे खोलने पड़े। जैसे ही दरवाजा खोला लुटेरे हम सभी टूट पड़े और उन्होंने हमें कार से खींचकर बाहर निकाल लिया।
एक कारोबारी लुटेरों की चंगुल से भाग निकला
इस बीच गुलशन मौका पाकर लुटेरों की चंगुल से भाग निकला, जबकि लुटेरों ने हम दोनों को घेर लिया। जब मैंने इसका विरोध करना चाहा तो लुटेरे ने मेरे पेट पर तेजधार हथियार से वार किया। जान जाने के डर से हम दोनों सहम गए। इसके बाद लुटेरे मेरी और रमेश की जेब से 2.10 लाख रुपए की नकदी लेकर फरार हो गए।
पहले भी लुट चुके हैं व्यापारी
गांधी नगर इलाके में यह पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी कई व्यापारी लुटेरों का शिकार हो चुके हैं। गांधी नगर एसोसिएशन का कहना है कि हमने कई बार पुलिस से आग्रह किया है कि हमारी मार्कीट में रोजाना लाखों-करोड़ों रुपए का व्यापार होता है और दूर-दराज से छोटे-बड़े दुकानदार यहां खरीदारी करने आते हैं। इसके चलते मार्कीट में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए, परंतु बावजूद इसके पुलिस ध्यान नहीं देती। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
पुलिस के हाथ नहीं आए लुटेरे
रमेश ने बताया कि घटनाक्रम इतनी तेजी से हुआ कि हम कुछ समझ ही नहीं पाए। घबराहट के कारण हम उनके मोटरसाइकिल का नंबर भी नोट नहीं कर पाए। इसके बाद हमने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन किया। 10 मिनट के भीतर ही पुलिस मौके पर आ गई। हालांकि पुलिस ने लुटेरों को पकडऩे के लिए आसपास का इलाका भी सील कर दिया लेकिन लुटेरे पुलिस के हाथ नहीं लगे।