Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 10:47 AM
वातावरण स्वच्छ व हरा भरा रखने के उद्देश्य को लेकर इंडिया गेट से लेकर अटारी बार्डर तक गो ग्रीन-गो साइक्लिंग रेस का आयोजन किया गया जिसमें पंजाब के दो समेत 13 साइक्लिस्ट्स ने देश के अलग-अलग राज्यों से शमूलियत की।
लुधियाना(सलूजा): वातावरण स्वच्छ व हरा भरा रखने के उद्देश्य को लेकर इंडिया गेट से लेकर अटारी बार्डर तक गो ग्रीन-गो साइक्लिंग रेस का आयोजन किया गया जिसमें पंजाब के दो समेत 13 साइक्लिस्ट्स ने देश के अलग-अलग राज्यों से शमूलियत की।
दिल्ली रैनडोनरस की तरफ से आयोजित यह साइकिल रेस इंडिया गेट दिल्ली से शुरू हुई। साइक्लिस्ट्स विजय मित्र, डा. विक्रम जिंदल, परसुन भट्टाचार्य, सर्बजीत चीमा, गोरा चीमा, शंकर कुमार ठाकुर, शरवानी सेन, अभिषेक, जोङ्क्षगद्र सिंह, नितिन जैन, आदित्य, धीरज व लोकेश जैन ने दिल्ली से लेकर अटारी बार्डर और फिर अटारी बार्डर से दिल्ली तक के 1005.6 किलोमीटर के इस सफर के लिए लगातार दिन-रात साइकिं्लग की। वरिष्ठ साइक्लिस्ट विजय मित्र ने यह रेस पूरी करने के बाद यहां लौटने पर बताया कि इस रेस के दौरान उनको सबसे अधिक ट्रैफिक व प्रदूषण की समस्या का सामना दिल्ली में ही करना पड़ा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि समूह साइक्लिस्ट्स को यह रेस 75 घंटे में पूरी करने का समय दिया गया था। उन्होंने व उनके पंजाब से साथी डा. विक्रम जिंदल ने यह टारगेट 70 घंटे में पूरा करने में सफलता प्राप्त की। मित्र ने यह भी खुशी सांझी की कि उन्होंने 2019 में फ्र ांस में होने वाली पी.बी.पी. साइक्लिंग प्रतियोगिता जोकि 1200 किलोमीटर की होगी, के लिए क्वालीफाई कर लिया है जिससे उन्होंने देश के दूसरे व पंजाब के पहले सीनियर साइक्लिस्ट बनने का सम्मान भी प्राप्त कर लिया है। इससे पहले 200-300-400-600 किलोमीटर की साइक्लिंग प्रतियोगिताएं एक रिकार्ड समय में पूरी की हैं।
यहां पर यह बता दें कि विजय मित्र पावरकॉम विभाग से सेवामुक्त अधिकारी हैं और साइक्लिंग उनका जुनून बन चुका है। वह हर रोज सुबह सूर्य निकलने से पहले घर से साइकिल लेकर निकल पड़ते हैं और लगभग 50 किलोमीटर तक साइक्लिंग करने के बाद ही वापस घर लौटते हैं। इसी के साथ ही वह युवाओं समेत हर वर्ग के लोगों को इस बात के लिए प्रेरित करते हैं कि वे भी साइक्लिंग को अपनाएं ताकि वे सेहतमंद व सुरक्षित रह सकें। विजय मित्र इससे पहले इंगलैंड व यूरोप में साइक्लिंग द्वारा ग्रो ग्रीन व विश्व शांति का संदेश दे चुके हैं।