Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Mar, 2018 01:32 PM
पी.एस.ई.बी. की चल रही 12वीं की परीक्षाओं के लिए परीक्षा केन्द्र बने एक सरकारी स्कूल द्वारा किसी निजी स्कूल के आए परीक्षार्थियों से ड्यूटी कर रहे स्टाफ की रिफ्रैशमैंट के लिए प्रति छात्र 70-70 रुपए लेने का मामला सामने आया है, जिससे विभाग में हड़कंप मच...
लुधियाना(विक्की): पी.एस.ई.बी. की चल रही 12वीं की परीक्षाओं के लिए परीक्षा केन्द्र बने एक सरकारी स्कूल द्वारा किसी निजी स्कूल के आए परीक्षार्थियों से ड्यूटी कर रहे स्टाफ की रिफ्रैशमैंट के लिए प्रति छात्र 70-70 रुपए लेने का मामला सामने आया है, जिससे विभाग में हड़कंप मच गया है। इस संबंधी श्री गुरु हरगोबिन्द साहिब पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल ग्यासपुरा ढंडारी कलां के पिं्रसीपल भूपिन्द्र सिंह ने नकल विरोधी अध्यापक फ्रंट के अलावा विभागीय अधिकारियों को लिखित रूप में उक्त मामले की शिकायत की है।
शिकायत में लगाए हैं ये आरोप
पिं्र. भूपिन्द्र सिंह ने उक्त घटना संबंधी लिखित में फ्रंट को बताते हुए आरोप लगाया है कि उनके स्कूल का परीक्षा केन्द्र सरकारी स्कूल जसपाल बांगड़ में बनाया गया है। 28 फरवरी से शुरू हुई बोर्ड परीक्षाओं के पहले दिन स्कूल से फोन करके किसी ने अपने आपको पिं्रसीपल बताते हुए सैंटर के लिए फंड की मांग की। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने फंड का कारण पूछा तो जवाब मिला कि परीक्षा ड्यूटी पर तैनात स्टाफ पर प्रतिदिन 1000-1200 रुपए का खर्च हो रहा है, जिसके चलते उन्हें जल्द फंड भेजा जाए। उन्होंने बताया कि स्कूल की ओर से फंड मांगे जाने पर उन्होंने 2500 रुपए भेजे तो वहां से पूछा गया कि किस हिसाब से यह फंड भेजा गया है, लेकिन जब उन्होंने इस संबंधी अनभिज्ञता जताई तो स्कूल से बात करने वाले व्यक्ति ने सीधे तौर पर सैंटर में परीक्षा देने वाले स्कूल के 166 विद्यार्थियों का प्रति छात्र 70 रुपए फंड की मांग की। उन्होंने बताया कि अगले दिन उन्होंने स्टूडैंट्स को फंड के रूप में 70-70 रुपए लाने के लिए कहा और परीक्षा केन्द्र बने स्कूल में उक्त राशि के रूप में 10,800 रुपए जमा करवाए। कुछ परीक्षार्थी आर्थिक तंगी के चलते पैसे नहीं दे पाए।
फ्रंट ने सैक्रेटरी एजुकेशन व पी.एस.ई.बी. चेयरमैन को भेजी शिकायत
नकल विरोधी अध्यापक फ्रंट के प्रधान सुखदर्शन सिंह ने उक्त शिकायत के आधार पर सैक्रेटरी एजुकेशन, पी.एस.ई.बी. के चेयरमैन एवं डी.ई.ओ. को पत्र लिखकर शिकायत की जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में कोई आरोपी पाया जाता है तो उस पर नियमों के मुताबिक कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि यह एक बेहद ही गंभीर मामला है।
स्कूल हैड टीचर ने जताई हैरानी
उधर, जसपाल बांगड़ स्कूल के हैड टीचर रवि कुमार ने उक्त मामले संबंधी कहा कि उन्हें इस संबंधी कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि उनकी तो बोर्ड परीक्षाओं के लिए ड्यूटी बतौर सुपरडैंट किसी अन्य स्कूल में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि यदि किसी स्कूल ने इस संबंधी आरोप लगाए हैं तो वह अपने स्कूल में स्टाफ से बात करेंगे। हालांकि उन्होंने उक्त आरोपों को बेबुनियाद व निराधार बताया।
क्या कहते हैं डिप्टी डी.ई.ओ.
डिप्टी डी.ई.ओ. आशीष कुमार ने कहा कि उनके ध्यान में यह मामला अभी आया है। वह शुक्रवार को डी.ई.ओ. से बात करके मामले की जांच शुरू करवाएंगे, ताकि सही तथ्य सामने आ सकें।