Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Dec, 2017 03:12 PM
पंजाब में हत्या, हत्या प्रयास, लूटपाट और चोरी के 20 से ज्यादा मामलों में नामजद आरोपी केन्द्रीय जेल में सजा काटते समय आपस में गहरे दोस्त बन गए और जमानत पर आते ही अपना एक नया गिरोह बना लिया।
लुधियाना(ऋषि): पंजाब में हत्या, हत्या प्रयास, लूटपाट और चोरी के 20 से ज्यादा मामलों में नामजद आरोपी केन्द्रीय जेल में सजा काटते समय आपस में गहरे दोस्त बन गए और जमानत पर आते ही अपना एक नया गिरोह बना लिया। इससे पहले कि वे किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे पाते, सी.आई.ए.-1 की पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। उपरोक्त जानकारी डी.सी.पी. क्राइम गगन अजीत सिंह व ए.सी.पी. क्राइम मङ्क्षनद्र बेदी ने पत्रकार सम्मेलन में दी।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान गिरोह के सरगना कुलविंद्र सिंह निवासी अमन नगर सलेम टाबरी, अमनदीप सिंह निवासी संगरूर, संदीप निवासी मेहरबान रोड, कुलदीप सिंह निवासी भाई हिम्मत सिंह नगर, हरजिंद्र सिंह निवासी रायकोट के रूप में हुई है। इंस्पैक्टर प्रेम की पुलिस पार्टी ने शुक्रवार को सूचना के आधार पर थाना डेहलों के इलाके कैंड नहर के पास तब गिरफ्तार किया जब वे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
पुलिस को उनसे 32 बोर के 2 अवैध रिवाल्वर, 21 जिंदा कारतूस, एक देसी रिवाल्वर, 6 जिंदा कारतूस व तेजधार हथियार बरामद हुए हैं। सभी के खिलाफ लुधियाना, जालंधर, संगरूर, देहरादून के विभिन्न शहरों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ कर रही है। अब तक की जांच में सामने आया है कि वे यू.पी. से 40-40 हजार रुपए में अवैध रिवाल्वर खरीद कर लाए थे। इन्हें रिवाल्वर बेचने वाले की भी तलाश की जा रही है।