Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 05:19 PM
शहर के प्राइम लोकेशन पर एक विधवा महिला की करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी धोखे से अपने नाम करवाने और उस पर कब्जा का प्रयास करने वाले फाइनांसर हरीश पासी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
लुधियाना(महेश): शहर के प्राइम लोकेशन पर एक विधवा महिला की करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी धोखे से अपने नाम करवाने और उस पर कब्जा का प्रयास करने वाले फाइनांसर हरीश पासी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पासी पर आरोप है कि उसने सरकारी फीस से कई गुणा कम के अष्टाम लगाकर सरकार को भी लाखों रुपए का चूना लगाया है। इस मामले में फाइनांसर के अतिरिक्त उसके पिता मनोहर लाल व भाई तरिपन पासी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि फाइनांसर की माता विनय पासी, उसका वर्कर यशपाल सहित अन्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। आरोपियों को पुलिस एक दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
गुरप्रीत कौर पूरेवाल एडीशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस ने बताया कि गांव थरीके की रहने वाली पम्मी संधू ने 12 जनवरी को धोखाधड़ी की शिकायत दी, जिसके आधार पर मॉडल ग्राम के हरीश पासी, उसके पिता मनोहर लाल पासी, भाई तरिपन पासी, माता विनय पासी, इनके वर्कर हैबोवाल कलां के गुरु नानक नगर वासी यशपाल के अतिरिक्त अन्य 6-7 लोगों पर धोखाधड़ी करने व प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की कोशिश व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस को दी शिकायत में पम्मी ने बताया कि उसके पति सुखजीत सिंह का देहांत हो चुका है और वह अपने बेटे उदयवीर के साथ रहती है। उसने कुछ समय पहले हरीश पासी से ब्याज पर पैसे लिए थे। इसके बदले में आरोपी ने अपने परिवार व अन्य लोगों के साथ पैसों संबंधी हल्फनामा तस्दीक करवाने की आड़ में उसकी 15 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री मात्र 21 लाख रुपए में अपने नाम पर करा ली, जबकि वह और उसका बेटा इस बात से बिल्कुल बेखबर थे।
उन्हें इस बात का पता तब चला जब आरोपी हथियारों से लैस होकर प्रॉपर्टी पर कब्जा करने के लिए पहुंच गया और पीड़िता व उसके बेटे को जान से मारने की धमकियां देना लगा, जिस पर पीड़िता ने पुलिस के पास इंसाफ की गुहार लगाई। पूरेवाल ने बताया कि मामले की जांच की गई तो पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए।
प्रॉपर्टी के संबंध में जब रजिस्ट्री कार्यालय से डिटेल उपलब्ध करवाने को कहा गया तो रजिस्ट्री क्लर्क साहिल अग्रवाल ने बताया कि जिस लोकेशन में प्रॉपर्टी है उसकी सरकारी कीमत 4 करोड़ रुपए से अधिक है और हरीश ने मात्र 1 लाख रुपए के अष्टाम लगाकर सरकार को भी 28 लाख रुपए से अधिक का चूना लगाया है। पुलिस द्वारा शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है।