Edited By Updated: 05 Feb, 2016 12:22 PM
नगर निगम द्वारा सूचना आयोग व सरकार के निर्देशों के बावजूद कालोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर
लुधियाना(हितेश): नगर निगम द्वारा सूचना आयोग व सरकार के निर्देशों के बावजूद कालोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर हैबोवाल स्थित बावा कालोनी निवासियों ने जोन आफिस के बाहर अर्द्धनग्न होकर रोष प्रदर्शन किया। लोगों ने गांधीगिरी का रास्ता अपनाते हुए फूल दिए और कहा-तुसीं ग्रेट हो तोहफा कबूलो।
इस संबंधी सर्किट हाऊस में आयोजित प्रैस कान्फ्रैंस में इलाके के लोगों ने बताया कि जब उन लोगों ने कालोनी में मकान लिए तो उनको निगम से नक्शा पास होने की रसीदें दिखाई गईं। लेकिन मेयर द्वारा पूरी टीम के साथ चैकिंग करने सहित सी.वी.ओ. ने खुद आकर मौके पर बन रहे मकानों पर बुल्डोजर चला दिया। इसके बाद उन लोगों ने निगम से आर.टी.आई. एक्ट के तहत कालोनी की मंजूरी बारे जानकारी मांगी।
इसके जवाब में निगम ने 3 लाख से ज्यादा जमा होने की सूचना देते हुए बाकी रकम की वसूली के लिए मकानों पर बुल्डोजर लाकर कार्रवाई की चेतावनी दी। उस समय हुए हंगामे के दौरान कालोनाइजर ने मौके पर ही 15 लाख के चैक दे दिए। जिनके फेल होने की सूचना लोगों को उस समय मिली, जब निगम ने गलियों के निर्माण की मांग को इलाका अघोषित होने का हवाला देते हुए ठुकरा दिया।
इस दौरान यह खुलासा भी हुआ कि अफसरों ने मिलीभगत के चलते चैक लेने के काफी देर बाद तक बैंक में ही नहीं लगाए। यह मामला सूचना आयोग में पहुंचा तो कमिश्नर ने पहले कार्रवाई करने गए व उस समय फगवाड़ा में तैनात ए.टी.पी. को स्पष्टीकरण देने के लिए बुलाया जिसने चैक फेल होने की बात स्वीकारते हुए कोर्ट में केस चलने की जानकारी दी।
इस पर आयोग ने डायरैक्टर टाऊन प्लानिंग, ए.टी.पी. व निगम को कालोनाइजर के खिलाफ सरकार व लोगों को धोखा देने के आरोप में एफ.आई.आर. दर्ज करवाने को कहा लेकिन अगली पेशी पर इन तीनों में से कोई पेश नहीं हुआ। इसे लेकर आयोग द्वारा फटकार लगाए जाने पर डी.टी.पी. निगम कमिश्नर को केस दर्ज करवाने, वसूली व अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करने के आदेश दे दिए।
उधर, इस संबंधी बात करने पर बावा कालोनाइजर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि जबरन 15 लाख के चैक लिए गए थे जिनमें से एक ही लगाया गया। फिर पुलिस के पास शिकायत जाने पर उसने कोर्ट में केस करने को कहा, जो अभी विचाराधीन है।