Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 01:20 PM
नगर निगम चुनावों के लिए भले ही सरकारी तौर पर शैड्यूल जारी होना अभी बाकी है, लेकिन कांग्रेस ने टिकटें बांटने को लेकर औपचारिक रूप से प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत हाईकमान से हरी झंडी मिलने के बाद वीरवार से टिकटों के लिए आवेदन फार्म बांटने शुरू कर...
लुधियाना(हितेश): नगर निगम चुनावों के लिए भले ही सरकारी तौर पर शैड्यूल जारी होना अभी बाकी है, लेकिन कांग्रेस ने टिकटें बांटने को लेकर औपचारिक रूप से प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत हाईकमान से हरी झंडी मिलने के बाद वीरवार से टिकटों के लिए आवेदन फार्म बांटने शुरू कर दिए जाएंगे।यहां बताना उचित होगा कि कांग्रेस ने नगर निगम चुनावों में टिकटें बांटने के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का ऐलान पहले ही कर दिया गया है। इसमें कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिन्द्र बाजवा, सांसद रवनीत बिट्टू व जिला प्रधान गुरप्रीत गोगी को शामिल किया गया है। इसके बाद पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ ने गत दिवस बिट्टू के अलावा विधायकों, हलका इंचार्जों व महासचिवों के साथ मीटिंग करके अगली रणनीति तय की। जिसमें वीरवार से शुरूआत करके 18 जनवरी तक आवेदन फार्म लेने का फैसला किया गया। इसमें जनरल कैटागरी के लिए एक हजार व एस.सी. कैटागरी के वार्डों में टिकटों के आवेदन देने वालों से 500 रुपए फीस ली जाएगी।
दूसरी पार्टियों से लडऩे का देना होगा ब्यौरा
पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ ने नेताओं को पहले ही साफ कर दिया है कि टिकटें बांटने की प्रक्रिया में कांग्रेस के पुराने वर्करों को पहल दी जाए। मतलब साफ है कि सत्ता सुख लेने के लिए दूसरी पाॢटयों से आने वालों से फिलहाल परहेज ही किया जाए। जिस पर नजर रखने के लिए आवेदन फार्म में यह पहलु शामिल किया गया है कि दावेदार ने पहले कभी कांग्रेस के अलावा किसी और पार्टी से चुनाव तो नहीं लड़ा।
बागियों पर रहेगी खास नजर
कांग्रेस ने हाल ही में हुए नगर निगम चुनावों में उन नेताओं को साइड लाइन किया था। जो विधानसभा चुनावों में पार्टी से बागी होकर आजाद लड़े थे या पार्टी उम्मीदवार को विरोध किया था। ऐसे लोगों पर की धरपकड़ के लिए फार्म में पहले आजाद लडऩे का ब्यौरा भी दावेदारों को देना पड़ेगा।
यह होगी स्कू्रटनी की प्रक्रिया
-विधायक या हलका इंचार्ज बनाएंगे दावेदारों का पैनल
-स्क्रीनिंग कमेटी करेगी मजबूत उम्मीदवार का चयन
-पंजाब कांग्रेस को भेजी जाएगी सिफारिश
-प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ लेंगे आखिरी फैसला