Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jan, 2018 10:14 AM
जैसा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने गत दिवस लुधियाना नगर निगम चुनाव 24 फरवरी को करवाने का ऐलान किया है। उसके बाद से जहां सियासी गतिविधि एकदम तेज हो गई है, साथ ही कांग्रेस ने टिकटें बांटने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। पहले चरण में सीटिंग कौंसलर को हरी...
लुधियाना(हितेश): जैसा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने गत दिवस लुधियाना नगर निगम चुनाव 24 फरवरी को करवाने का ऐलान किया है। उसके बाद से जहां सियासी गतिविधि एकदम तेज हो गई है, साथ ही कांग्रेस ने टिकटें बांटने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। पहले चरण में सीटिंग कौंसलर को हरी झंडी देने की तैयारी चल रही है, जबकि सभी उम्मीदवार 3 लिस्टों में फाइनल होने की सम्भावना है।
यहां बताना उचित होगा कि कांग्रेस के पास 95 वार्डों में टिकट लेने के लिए करीब 600 आवेदन आए हैं, इनमे ज्यादातर वार्डों में एक टिकट के लिए दर्जन से अधिक दावेदार सामने आ गए हैं जिनमें से लोगों की संख्या काफी है, जो विधायक या हलका इंचार्जों द्वारा घोषित किए गए उम्मीदवारों को चैलेंज कर रहे हैं। नतीजा यह हुआ कि एक वार्ड में कई लोग सोशल मीडिया या होॄडग के जरिए खुद को इलाके का सेवादार बताने में लगे हैं जिससे बढ़ रही गुटबाजी कांग्रेस के जीत के सपने को धुंधला कर सकती है।
कांग्रेस ने टिकट मांगने वालों में से पैनल तैयार करने के लिए कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिन्द्र सिंह बाजवा की अध्यक्षता में जो कमेटी बनाई है उसने पहले विधायकों व हलका इंचार्ज से अपनी सिफारिश देने को कहा है। इसके अलावा कांग्रेस के पास चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक के नेताओं की सिफारिश लुधियाना नगर निगम चुनाव में टिकट देने के लिए आ रही है। जिसके मद्देनजर पहले वे सीटें फाइनल की जाएंगी जहां विवाद कम से कम हो। सारे उम्मीदवार 3 लिस्टों में ही क्लियर होने की चर्चा सुनने को मिल रही है।
उधर, कई जगह सीटिंग कौंसिलर को भी चुनौती मिली है जिसकी वजह यह है कि काफी वार्ड लेडीज या एस.सी. कैटागरी के लिए रिजर्व होने पर मौजूदा पार्षद ने साथ लगते या दूसरे वार्ड में दस्तक दी है तो वहां पहले से सक्रिय कांग्रेसी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि पार्टी के भीतर यह सहमति बन गई है कि सभी मौजूदा कौंसलर को टिकट दे दी जाए। इसके लिए उन सीटिंग कौंसिलर के खिलाफ टिकट मांगने वालों को शांत करने की कोशिश की जा रही है ताकि पहली लिस्ट में मौजूदा पार्षदों की टिकटें क्लियर कर दी जाएं। जिससे उनको प्रचार के लिए ज्यादा समय मिल सके।
लुधियाना के लिए अलग से जारी होगा घोषणा पत्र
कांग्रेस ने फैसला किया कि लुधियाना में होने वाले नगर निगम चुनाव के लिए अलग से घोषणा पत्र भी जारी किया जाएगा। पहले शहर में मौजूद समस्याएं व विकास की जरूरतों बारे रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा भी बाजवा को ही सौंपा गया है। इस बारे कैप्टन अमरेंद्र सिंह व पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ ने बाजवा को निर्देश दिए हैं कि कोई भी फैसला लोकल कांग्रेस लीडरशिप से मिलने वाले फीडबैक के आधार पर ही लिया जाए।
पूर्व मेयर ग्यासपुरा आज होंगे कांग्रेस में शामिल
बाजवा के महानगर दौरे दौरान पूर्व मेयर हाकम सिंह ग्यासपुरा व उनके पार्षद रह चुके बेटे जसपाल ग्यासपुरा कांग्रेस में शामिल होंगे। हालांकि कांग्रेस के साथ उनकी डील पहले ही फाइनल हो गई थी लेकिन उसमें कोई पद या नगर निगम चुनावों में सीटें लेने का फैसला न होने कारण ज्वाइङ्क्षनग लेट हो गई थी। हालांकि जब जिला प्रधान गुरप्रीत गोगी द्वारा कुछ पुराने कांग्रेसियों की घर वापसी करवाई गई तो भी ग्यासपुरा के नाम की चर्चा छिड़ी थी। जो ज्वाइङ्क्षनग उस समय शायद किसी बड़े नेता के जरिए शामिल होने के इंतजार में लेट हो गई हो।
2 हलकों के दावेदारों के भी इंटरव्यू होंगे
बाजवा दौरे को वैसे तो कांग्रेसी नेताओं व वर्करों से फीडबैक लेने का नाम दिया गया है। इस दौरान वे नगर निगम चुनावों में टिकटों के लिए आवेदन करने वाले 2 हलकों के दावेदारों के इंटरव्यू भी ले सकते हैं। जिन दावेदारों ने अपना बायोडाटा आवेदन फार्म के साथ लगाकर काफी पहले ही जिला कांग्रेस के पास जमा करवाया है। जिनमें से दावेदारों के नाम शॉर्ट लिस्ट करके पैनल बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और जहां कहीं एक या 2 नाम होंगे तो किसी दावेदार को एरिया में काम शुरू करने की हरी झंडी भी मिल सकती है।