Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 02:02 PM
नगर निगम के 24 फरवरी को हुए चुनाव के नतीजे 27 फरवरी को आ चुके हैं। चाहे अकाली-भाजपा व बैंस ब्रदर्ज इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली 95 से 62 सीटों को धक्केशाही करार दे रहे हैं। इस जीत में अपने हलका पश्चिमी से एक सीट हार के अलावा पश्चिमी के...
लुधियाना (कंवलजीत): नगर निगम के 24 फरवरी को हुए चुनाव के नतीजे 27 फरवरी को आ चुके हैं। चाहे अकाली-भाजपा व बैंस ब्रदर्ज इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली 95 से 62 सीटों को धक्केशाही करार दे रहे हैं। इस जीत में अपने हलका पश्चिमी से एक सीट हार के अलावा पश्चिमी के विधायक भारत भूषण आशू मंत्री साबित हो रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र ने चुनाव के पहले कहा था कि निगम चुनाव में अधिक सीटें प्राप्त करने वाले को ही मेयर बनाया जाएगा। अगर इस बात में स‘चाई है तो भारत भूषण आशू विधायक की पत्नी ममता आशू जो लगातार पार्षद बनती आ रही हैं, को इस जीत के ईनाम में मेयर लुधियाना पद हासिल हो सकता है। लुधियाना में इस समय बने विधायकों में सबसे ज्यादा शक्तिशाली विधायक आशू को माना जाता है, जो सांसद रवनीत सिंह बिटू के नजदीकी समझे जाते हैं।कांग्रेसी सूत्रों के अनुसार पार्टी के सबसे पुराने विधायक राकेश पांडे का नाम भी मंत्री पद पर चर्चा में है।
अगर पाड़े को मंत्री बनाया गया तो फिर लगता है कि ममता आशू को लुधियाना नगर निगम का मेयर बनाकर औरतों का सम्मान बढ़ाया जा सकता है। अब देखना यह है कि लुधियाना में किसके सिर पर मेयर का ताज सजता है और किसके सिर पर मंत्री का, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।