Edited By Updated: 26 May, 2016 12:35 PM
माता चंद कौर की हत्या करने वालों को तभी बेनकाब किया जा सकता है जब नामधारी समाज एकजुट हो और वह इस ..
लुधियाना: माता चंद कौर की हत्या करने वालों को तभी बेनकाब किया जा सकता है जब नामधारी समाज एकजुट हो और वह इस एकजुटता के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। यह शब्द नामधारी पंथ के मुखी ठाकुर दिलीप सिंह ने आज बी.आर.एस. नगर में विशेष भेंटवार्ता दौरान कहे।
उन्होंने कहा कि पंथ की चढ़दी कला के लिए एकजुटता अत्यंत आवश्यक है क्योंकि आपसी फूट व मनमुटावों का फायदा उठा पंथ विरोधी न सिर्फ अपनी साजिशों में कामयाब हो रहे हैं बल्कि बिखराव की खाई को और भी गहरा करते जा रहे हैं। ठाकुर दिलीप सिंह ने भैणी साहिब में विगत माह साजिशन हुई माता चंद कौर की हत्या के पीछे भी पंथ विरोधी ताकतों का दिमाग होने की बात कहते हुए स्पष्ट किया कि जब तक नामधारी समाज एकजुट नहीं होता तब तक उन साजिशकत्र्ताओं को समाज के समक्ष बेनकाब नहीं किया जा सकता। इसके लिए ठाकुर उदय सिंह, बाबा जगतार सिंह, ठाकुर दिलीप सिंह और समस्त नामधारी पंथ को इकट्ठा होना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि नामधारी संगत में चल रहे विवाद से नामधारी संगत के परिवारों में भी विवाद पैदा हो रहे हैं जिससे पंथ को भी बहुत बड़ा न पूरा होने वाली कमी हो रही है। आज की आवश्यकता है कि नामधारी पथ इकट्ठा हो। ठाकुर दिलीप सिंह ने बताया कि ठाकुर उदय सिंह की सगी माता दिलीप कौर और भाई ठाकुर दिलीप सिंह को 7 साल का समय बीतने उपरांत भी भैणी साहिब में दाखिल नहीं होने दिया गया। ठाकुर दिलीप सिंह ने नामधारी संगत को विनती की कि पुलिस मुलाजिमों की अधिक से अधिक सेवा करें क्योंकि पुलिस मुलाजिम दिन में गर्मी के मौसम में लोकहित के लिए सेवा कर रहे हैं। अंत में उन्होंने भैणी साहिब के काबज धड़े को एक निमाणा सिख बनकर नामधारी पंथ में एकता करवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि नामधारी पंथ में एकता हो जाती है तो इससे पंथ प्रफुल्लित होगा और स्व. माता चंद कौर की भी आखिरी इच्छा थी कि नामधारी पंथ इकट्ठा हो, वह पूरी हो जाएगी।