Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Feb, 2018 08:08 AM
निगम चुनावों में 62 वार्डों पर जीत अर्जित करके बेशक सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने हाऊस में स्पष्ट बहुमत पा लिया है परंतु सट्टा बाजार के माहिरों के लिए यह परिणाम घाटे का सौदा साबित हुआ, क्योंकि उन्होंने 71 से 74 वार्डों में कांग्रेस की जीत का दावा...
लुधियाना (पंकज): निगम चुनावों में 62 वार्डों पर जीत अर्जित करके बेशक सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने हाऊस में स्पष्ट बहुमत पा लिया है परंतु सट्टा बाजार के माहिरों के लिए यह परिणाम घाटे का सौदा साबित हुआ, क्योंकि उन्होंने 71 से 74 वार्डों में कांग्रेस की जीत का दावा करके 20 पैसे भाव निकाला था। निगम चुनावों पर लगी करोड़ों रुपए की शर्तों से बड़े बुकीज को गहरी आॢथक चोट लगने की खबर हैं। असल में ज्यादातर चुनावों में किसी भी पार्टी को मिलने वाली सीटों अथवा वार्डों की स्टीक भविष्यवाणी कर सट्टा बाजार का भाव खोलने वाले बड़े खिलाडिय़ों को दूसरी बार जनता जनार्दन का मूड भांपने में मिली असफलता करोड़ों रुपए की हार की वजह बनी है।
विधानसभा चुनावों में भी आम आदमी पार्टी को 80 से ज्यादा सीटें मिलने का दावा करने वाले बड़े बुकीज कांग्रेस पार्टी को मिले बहुमत के चलते खासे नुक्सान में रहे थे। निगम चुनावों में भी वही हुआ और कांग्रेस को 71 से 74 वार्डों में जीत मिलने की घोषणा करके करोड़ों रुपए का सट्टा लगवाने वाले बुकीज को खासा झटका लगा है। यही हालत अकाली-भाजपा को मिली सफलता पर भी हुई है। सट्टा बाजार में गठबंधन को 10 से 12 वार्डों में जीत मिलने की भविष्यवाणी करने वाले बुकीज को बड़ा झटका लगा है। 21 वार्डों पर जीत अर्जित करके दोनों पाॢटयों ने न सिर्फ अपनी साख बचा ली, बल्कि खुद पर दाव लगाने वालों के भी वारे न्यारे कर दिए हैं। लोक इंसाफ पार्टी संबंधी स्टोरियों द्वारा लगाए अनुमान में जरूर उन्हें कुछ राहत मिली है, जिन्हें 7 से 10 वार्डों पर जीत मिलने का बुकीज ने दावा किया था।
नहीं लगाई पंजाब से बाहर शर्तें
निगम चुनावों में किस पार्टी को कितने वार्डों में जीत मिलेगी, इसको लेकर स्थानीय बुकीज के पास जहां सट्टा खेलने के शौकीनों ने खुलकर दाव लगाए, वहीं विधानसभा चुनावों में मिले सबक को याद रखकर किसी ने भी राज्य से बाहर शर्त लगाने की गलती नहीं की। इसके पीछे की वजह हैरान कर देने वाली है। विधानसभा चुनावों में दूसरे राज्य के इंटरनैशनल बुकीज के पास कांग्रेस की फेवर में शर्त लगाकर करोड़ों रुपए जीतने वाले शहर के नामी उद्यमी व अन्यों ने जीत की रकम की वसूली के लिए चुनाव परिणाम आते ही जहाज पकड़ लिया था। हारने वाले बड़े बुकी के पास जीत के करोड़ों रुपए लेने पहुंचे इस ग्रुप की न सिर्फ वहां जमकर जलालत हुई, बल्कि उन्हें पीटा भी गया। बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाकर वापस पहुंचे इन खिलाडिय़ों ने भविष्य में राज्य से बाहर शर्त न लगाने की कसम तक खा ली थी।