Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Dec, 2017 01:55 PM
नार्दर्न रेलवे मैंज यूनियन द्वारा सी.वाई.एम. व शंटिंग स्टाफ के मध्य चल रहे विवाद को बैठक के दौरान सुलझा लिया गया है। दूसरी तरफ रेलवे स्टेशन पर एक के बाद एक कई सायरन बजने से यात्रियों व स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई और वे इनके बजने का कारण जानने में...
लुधियाना(विपन): नार्दर्न रेलवे मैंज यूनियन द्वारा सी.वाई.एम. व शंटिंग स्टाफ के मध्य चल रहे विवाद को बैठक के दौरान सुलझा लिया गया है। दूसरी तरफ रेलवे स्टेशन पर एक के बाद एक कई सायरन बजने से यात्रियों व स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई और वे इनके बजने का कारण जानने में जुट गए। एन.आर.एम.यू. के मंडल सचिव कामरेड दलजीत सिंह ने बताया कि स्थानीय रेलवे यार्ड में चीफ यार्ड मास्टर पर यार्ड पेंट्स मैन व शंटिंग विभाग के कर्मचारी द्वारा उन्हें अनुपस्थित किए जाने के आरोप लगाए गए थे। वीरवार को दोनों पक्षों की बात सुनने के लिए बैठक की गई। उन्होंने बताया कि बैठक में कर्मचारियों की बात सुन उनकी शिकायत का निवारण किया गया व सी.वाई.एम. द्वारा भविष्य में ऐसी कोई शिकायत न आने देने का आश्वासन कर्मियों को दिया गया। बैठक में कामरेड राजीव कपूर, अंजनी कुमार, अजय कुमार, दर्शन कुमार, दीपक कुमार, संदीप कुमार, सुभाष कुमार आदि उपस्थित थे।
रेल कर्मियों की मुस्तैदी की हुई जांच
दोपहर के करीब 2 बजे रेलवे यार्ड में एक के बाद एक 4 सायरन बजने से रेलवे परिसर व आसपास के क्षेत्र के लोग चिंतित हो गए। लोग रेलवे स्टेशन पर कार्यरत अपने परिचितों व पत्रकारों को सायरन बजने का कारण जानने के लिए फोन करने लगे। बाद में इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि रेलवे अधिकारियों द्वारा 4 बार सायरन बजा कर दुर्घटना राहत ट्रेन (ए.आर.टी.) के रेल कर्मियों को वहां पहुंचने का सिग्नल दिया गया था। सायरन बजने की आवाज सुन घटनास्थल पर पहुंचे स्टेशन अधीक्षक अशोक सिंह सलारिया, राहत ट्रेन के कर्मियों लोको फोरमैन राजन कुमार, लोको इंस्पैक्टर अविनाश कुमार, सी.वाई.एम. जसवंत सिंह, एस.एस.ई. (इलैक्ट्रिक) बृज राज व अन्य कर्मियों को डी.ओ.एम. अशोक सिंह सलारिया ने बताया कि मुल्लांपुर व चौकी मान स्टेशन के मध्य गुड्स ट्रेन का इंजन रेलवे ट्रैक से उतर कर डिरेल हो गया है, रेलवे ट्रैक को क्लीयर करने व अन्य राहत कार्यों के लिए वहां रवाना होना है। सायरन बजने से करीब आधे घंटे के भीतर दुर्घटना राहत ट्रेन कर्मियों को लेकर स्टेशन से रवाना हो गई। ट्रेन अभी बदोवाल स्टेशन पहुंची थी तो उन्हें जानकारी दी गई कि कोई डिरेलमैंट नहीं हुई है यह केवल दुर्घटना राहत ट्रेन के स्टाफ की मुस्तैदी की जांच करने के लिए एक अभ्यास (ड्रिल) था। बार-बार सायरन बजने की स"ााई पता चलने पर लोगों ने भी चैन की सांस ली।