गैंगस्टर गतिविधियों से अछूती नहीं सैंट्रल जेल

Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Feb, 2018 04:23 PM

ludhiana central jail

अगर वर्ष 2017 पर नजर दौड़ाई जाए तो ताजपुर रोड स्थित सैंट्रल जेल में गैंगस्टरों की ऐसी गतिविधियां सामने आईं, जिन्होंने जेल प्रशासन को ही नहीं, बल्कि जेल विभाग को भी हिलाकर रख दिया है। मौजूदा समय में जेल में 21 गैंगस्टर बंद हैं। बताते चलें कि नाभा जेल...

लुधियाना(स्याल): अगर वर्ष 2017 पर नजर दौड़ाई जाए तो ताजपुर रोड स्थित सैंट्रल जेल में गैंगस्टरों की ऐसी गतिविधियां सामने आईं, जिन्होंने जेल प्रशासन को ही नहीं, बल्कि जेल विभाग को भी हिलाकर रख दिया है। मौजूदा समय में जेल में 21 गैंगस्टर बंद हैं। बताते चलें कि नाभा जेल ब्रेक कांड के बाद लुधियाना की सैंट्रल जेल में गैंगस्टर गतिविधियां बढऩे लगी हैं।

बंदी को नंगा कर पीटने की घटना
6 मार्च, 2017 में सैंट्रल जेल में गैंगस्टरों ने एक ऐसी घटना को अंजाम दिया, जिसने जेल में सुरक्षा व्यवस्था की भी पोल खोलकर रख दी। गैंगस्टर किस्म के बंदियों ने एक बंदी को नंगा करके उसकी पिटाई की और वीडियो बना ली, जिसे बाद में सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया गया। जब कार्रवाई हुई तो सामने आया कि गैंगस्टरों ने अपने बॉस को खुश करने के लिए ऐसा किया है। जेल प्रशासन पर यह सवालिया निशान लग गया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद इनके पास मोबाइल फोन कहां से आया। बता दें कि इसके बाद जेल में हाई सिक्योरिटी जोन स्थापित किया गया था। 

गैंगस्टर गु्रपों की आपस में हुई लड़ाई
 इसी तरह 15 अप्रैल, 2017 को 70-सैल में बंद गैंगस्टर किस्म के बंदियों के 2 ग्रुप आपस में उलझ गए, जिनमें मारपीट हुई। दोनों ग्रुप एक-दूसरे से ऊपर अपनी धाक जमाए रखने के लिए झगड़े थे। इसके बाद इन बंदियों को अलग-अलग सैलों में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया।
9 मई को कैदियों ने फेसबुक पर डाली थी सैल्फी :9 मई, 2017 को सैंट्रल जेल में 2 कैदी व 1 हवालाती द्वारा मोबाइल से सैल्फी लेकर फेसबुक पर अपलोड करने की घटना से हड़कम्प मच गया था। उक्त दोनों कैदियों के बाहरी गैंगस्टरों से सम्पर्क होने की चर्चा भी सामने आई थी। जेल प्रशासन ने अपने तौर पर कार्रवाई के अलावा पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। 

हाई सिक्योरिटी जोन में गैंगस्टर से मिला था मोबाइल फोन
 इतना ही नहीं 6 जनवरी, 2018 में हाई सिक्योरिटी जोन में गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी के पास से मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। जब हाई सिक्योरिटी जोन में गैंगस्टर के पास मोबाइल फोन पहुंच सकता है तो उसके पंजाब का माहौल खराब करने वाले बाहरी गैंगस्टरों से ङ्क्षलक होने से इंकार नहीं किया जा सकता। 
कुख्यात बंदियों ने हवालाती को बुरी तरह पीटा: वहीं 16 दिसम्बर, 2017 को हनी नामक एक हवालाती को कुख्यात किस्म के 5 बंदियों ने बुरी तरह पीटा, जिससे उसके सिर पर चोट गई, जिसे 5 टांके लगे थे। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि ऐसे कुख्यात बंदियों के हौसले जेल में भी बुलंद हैं। 

जेलों में गैंगस्टरों का बोलबाला
उक्त मामलों पर नजर दौड़ाई जाए तो जेल प्रशासन के सुरक्षा व्यवस्था के दावे हकीकत से कोसों दूर प्रतीत होते हैं। वहीं जेल प्रशासन की गैंगस्टरों से कथित मिलीभगत भी सामने आती है, क्योंकि इनकी वजह से ही गैंगस्टर रौब से जेल में रहते हुए अपने मंसूबों में कामयाब हो रहे हैं। इन्हें सुधारने वाली जेलें इनके लिए सुरक्षित स्थल बन चुकी हैं। अगर जेलों में ही गैंगस्टरों व अन्य कुख्यात किस्म के बंदियों का बोलबाल होगा तो इन्हें फिर सुधारेगा कौन?

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