Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 01:15 PM
आबकारी एवं कराधान विभाग ने बोगस बिलिंग के 130 से संबंधित 1 दर्जन के लगभग यूनिटों से पूछताछ की। ये वे यूनिट हैं जिन्होंने उपरोक्त यूनिटों से बोगस बिल लिए और आई.टी.सी. क्लेम किया है। विभागीय टीमों की जांच के बाद बोगस बिल लेने वाले कारोबारियों ने...
लुधियाना(सेठी): आबकारी एवं कराधान विभाग ने बोगस बिलिंग के 130 से संबंधित 1 दर्जन के लगभग यूनिटों से पूछताछ की। ये वे यूनिट हैं जिन्होंने उपरोक्त यूनिटों से बोगस बिल लिए और आई.टी.सी. क्लेम किया है। विभागीय टीमों की जांच के बाद बोगस बिल लेने वाले कारोबारियों ने अधिकारियों को आश्वस्त किया कि यदि उनके बिल गलत हैं तो वे सरकार का बनता टैक्स अवश्य देंगे।यह कार्रवाई शुक्रवार को डिप्टी एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर पवन गर्ग के निर्देशों पर जिला 2 व 3 की 5 टीमों ने की। जिन उद्यमियों व व्यापारियों ने फ्रॉड करने वालों से बिल लिए थे, अधिकारियों ने उन यूनिटों पर शुक्रवार को सारा दिन गहनता से जांच की। यदि विभाग पूरा टैक्स वसूलने में कामयाब हो जाता है तो यह उसकी बड़ी सफलता होगी। बेशक 130 यूनिट के सहारे सरकार के राजस्व को चूना लगाने वाले अभी पुलिस व विभाग के शिकंजे में नहीं हैं लेकिन विभाग का यही प्रयास है कि उन्हें जल्द गिरफ्तार करके सजा दिलाई जाए।
जांच रहेगी जारी : डी.ई.टी.सी.
डिप्टी एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर पवन गर्ग के अनुसार जिन उद्यमियों व व्यापारियों ने उपरोक्त 130 यूनिटों से जाली बिल लिए हैं, उनसे टैक्स वसूलने के लिए जांच जारी रहेगी। पवन ने कहा कि विभाग इस बात के लिए तत्पर है कि सरकार के राजस्व का नुक्सान नहीं होना चाहिए। इसी के अंतर्गत शुक्रवार को विभाग की 5 टीमें भेजी गई थीं, जिनमें ई.टी.ओ व इंस्पैक्टर शामिल थे।
बोगस बिलिंग रैकेट खत्म होना चाहिए
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के सुनील मेहरा व मोहिन्द्र अग्रवाल ने कहा कि बोगस बिलिंग रैकेट खत्म होना चाहिए, क्योंकि यह ईमानदार टैक्स पेयर के लिए नुक्सानदायक है। उन्होंने कहा कि बोगस बिल मामला बिना मिलीभगत के असंभव है।