Edited By Updated: 25 Nov, 2015 10:22 AM
कभी आपने बैंड बाजे, डी.जे की धुन और फूलों की वर्षा के साथ शव यात्रा को निकलते हुए देखा है...नहीं तो आप इन तस्वीरों में देख सकते है।
लुधियानाः कभी आपने बैंड बाजे, डी.जे की धुन और फूलों की वर्षा के साथ शव यात्रा को निकलते हुए देखा है...नहीं तो आप इन तस्वीरों में देख सकते है।
दरअसल, लुधियाना के इस्लाम गंज सांसी मोहल्ला में रहने वाले राजस्थान की सांसी बिरादरी के लालू राम हिम्मत (95) की सोमवार सुबह मौत हो गई लेकिन उसके परिवार को जरा-सा भी अफसोस नहीं हुआ बल्कि वह डी.जे. के गानों पर सुबह से नाचता रहा।
शव यात्रा के आगे 10 घोड़ियां, 30 स्कार्पियो, 30 इनोवा और डी.जे. और बैंड वाले चल रहे थे। शव यात्रा में शामिल लोग शादी समारोह की तरह झूम रहे थे। लालू राम के बेटे राकेश कुमार ने बताया कि उनके रीति रिवाज में है कि अगर किसी बुजुर्ग की 100 साल के आसपास की उम्र में मौत होती है, तो पूरा परिवार उनकी शव यात्रा शाही अंदाज से निकालता है।
राजस्थान दूर दराज के इलाकों से रिश्तेदारों के आने के बाद ही मंगलवार शाम को उनका अंतिम संस्कार किया गया। लालू राम को देसी घी से अंतिम स्नान करवाते हुए मुंह में आधा तोले सोने का टुकड़ा रखा और उनकी डोली में भी साढ़े 7 तोले सोना रखा गया। बेटे राकेश ने बताया कि परंपरा के अनुसार यह सोना उनकी बेटियों एवं पोतियों में बांटा जाएगा।