Edited By Updated: 22 Feb, 2016 10:23 AM
गिल रोड स्थित एक रिसोर्ट में शनिवार को दिन-दिहाड़े हुई पूर्व कांग्रेसी सरपंच राजविंद्र सिंह ग्रेवाल उर्फ रवि ख्वाजके की हत्या
लुधियाना: गिल रोड स्थित एक रिसोर्ट में शनिवार को दिन-दिहाड़े हुई पूर्व कांग्रेसी सरपंच राजविंद्र सिंह ग्रेवाल उर्फ रवि ख्वाजके की हत्या की साजिश ताजपुर रोड स्थित केन्द्रीय कारागार में बंद उसके कट्टर दुश्मनों द्वारा रची गई थी जिसके लिए मोगा के शार्प शूटर को हायर किया गया था।
हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने से अभी इंकार कर रही है परंतु हत्या के मामले में दर्ज एफ .आई.आर. में जेल में बंद 2 आरोपियों की नामजदगी इस बात की पुष्टि करती है। असल में यह हत्याकांड दोहरी दुश्मनी का परिणाम है। विगत वर्षों निगम चुनावों वाले दिन वार्ड नं. 1 में हुई कांग्रेसी नेता बंटी बाजवा की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी कर्मवीर सिंह के साथ काला हवास का भी नाम आया था, जिसकी पहले से ही रवि ख्वाजके व उसके भाई संदीप के साथ कट्टर दुश्मनी थी।
जेल से बेल पर बाहर आए काला हवास की वर्ष 2014 में इसी तरह गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें रवि ख्वाजके व उसके भाई संदीप का भी नाम आया था। हालांकि जांच उपरांत पुलिस ने रवि को बेगुनाह करार दे दिया था, जबकि संदीप अभी उस मामले में भगौड़ा है। मृतक काला हवास का भाई जस्सी जोकि रवि की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा नामजद किया गया है, लंबे समय से भाई की हत्या का बदला लेने की फिराक में था, जबकि बंटी बाजवा हत्याकांड में नामजद कर्मवीर अभी भी जेल में बंद है।
उधर, मृतक रवि के करीबी दोस्त शिंदा संगोवालिया पर कुछ समय पहले कोहाड़ा के करीब कुख्यात बदमाश धर्मेन्द्र सिंह उर्फ गुगनी द्वारा कातिलाना हमला किया गया था। इस केस की पैरवाई भी रवि ही कर रहा था, जिस कारण उसने गुगनी से दुश्मनी मोल ले ली थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो लुधियाना की सैंट्रल जेल में बंद रवि ख्वाजके के कट्टर दुश्मनों द्वारा जेल से ही कथित रूप में इस हत्याकांड की साजिश रची गई। इस संबंधी काला हवास के भाई जस्सी एक कड़ी बना व वारदात को अंजाम देने के लिए मोगा के शार्प शूटर दविंद्र से सम्पर्क साधा गया जिसने अपने साथी अवतार सिंह व अन्यों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
विभिन्न थ्योरियों पर काम कर रही पुलिस पूरी प्लानिंग के साथ रचे गए इस सारे खेल को सुलझाने के बेहद करीब पहुंच चुकी है। घटना की वीडियो फुटेज सहित फोन काल की डिटेल समेत कई पुख्ता सबूत बरामद कर चुकी पुलिस शीघ्र ही हत्या के सूत्रधारों को जेल से प्रोटैक्शन वारंट पर लाकर सारी पिक्चर साफ करेगी।