Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jan, 2018 02:08 PM
जाली आई.डी. प्रूफ तैयार कर बैंक से टू-व्हीलर का लोन करवा आगे आधे रेट पर बेचने वाले एक गिरोह का सी.आई.ए. की पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के 4 मैंबरों को दबोचकर बेचे हुए 22 लाख की कीमत के 37 वाहन बरामद किए है, जबकि सरगना, एच.डी.एफ.सी....
लुधियाना (ऋषि): जाली आई.डी. प्रूफ तैयार कर बैंक से टू-व्हीलर का लोन करवा आगे आधे रेट पर बेचने वाले एक गिरोह का सी.आई.ए. की पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के 4 मैंबरों को दबोचकर बेचे हुए 22 लाख की कीमत के 37 वाहन बरामद किए है, जबकि सरगना, एच.डी.एफ.सी. बैंक की माल रोड ब्रांच के 2 कर्मचारी व जाली आई.डी. पू्रफ तैयार करने वाले सहित 4 फरार है। उपरोक्त जानकारी पुलिस कमिश्नर आर.एन. ढोके, डी.सी.पी. क्राइम गगन अजीत सिंह, ए.डी.सी.पी. क्राइम रतन सिंह बराड़ ने मंगलवार को पत्रकार सम्मेलन दौरान दी। उन्होंने बताया कि इंस्पैक्टर प्रेम सिंह की पुलिस पार्टी ने सोमवार को सूचना के आधार पर उन्हें तब गिरफ्तार किया जब वे ग्राहक ढूंढ रहे थे। पुलिस ने सभी के खिलाफ थाना पी.ए.यू. में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर गहनता से पूछताछ कर रही है और फरार आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी जारी है।
वर्ष में खरीदे 150 टू-व्हीलर
इंस्पैक्टर प्रेम सिंह ने बताया कि गिरोह की तरफ से 1 वर्ष में जाली आई.डी. प्रूफ पर 150 से ज् यादा टू-व्हीलर के एच.डी.एफ.सी. बैंक से लोन करवाए गए हैं जिन्हें आधे रेट पर आगे बेचकर लगभग 1 करोड़ का फंड किया जा चुका है।
एच.डी.एफ.सी. बैंक के कर्मचारी बने साथी
गिरोह का सरगना राजीव कुमार फरार है, सिर पर चढ़े कर्ज को उतारने के लिए उसने गिरोह तैयार किया। गिरोह में एच.डी.एफ.सी. बैंक के 2 कर्मचारी प्रदीप गर्ग और राहुल बग्गा मिला लिए। जिनका काम लॉन की वैरीफिकेशन पास करवाना था। जबकि लोन के लिए जाली कागजात तैयार करने की जिम्मेदारी पिं्रस की थी, जो घर में कम्प्यूटर पर जाली दस्तावेज तैयार करता था।
फेसबुक से ढूंढते थे जाली दस्तावेज
पुलिस के अनुसार प्रिंस की आधार कार्ड बनाने की दुकान है। वह फेसबुक के माध्यम से लोगों की फोटोज और पता जानकर आई.डी. प्रूफ तैयार करता था। जिसे बाद में लोन लेने के लिए प्रयोग किया जाता था।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान
-मोहित पुरी (21) निवासी दुर्गापुरी, हैबोवाल घर के पास मोबाइल शॉप।
-गगनदीप सिंह (25) निवासी सिंघपुरा मोहल्ला, डिवीजन नं. 5 आइसक्रीम बेचने का काम।
-रोबिन बजाज (28) निवासी अर्बन एस्टेट, दुगरी में रेहड़ी लगाता है।
-जसविंदर सिंह (2&) निवासी डाबा कालोनी, शिमलापुरी में बिजली की दुकान लक्कड़ बाजार में है।
पुलिस को नहीं मिली एक भी आर.सी.
बरामद टू-व्हीलर में से पुलिस को एक भी आर.सी. बरामद नहीं हुई है। शातिरों की तरफ से वाहनों की आर.सी. बनवाई जाती थी या नहीं यह भी पुलिस के लिए जांच का विषय है। वहीं पुलिस जांच कर रही है कि आखिर 1 वर्ष से बैंक को किस्तें टूटने का पता क्यों नहीं चल पाया और गिरोह की तरफ से किस्त दी जाती थी या नहीं और इन्होंने खुद के आई.डी. प्रूफ पर लोन करवाए या नहीं।